बुधवार, 5 अगस्त 2020

आज मित्रों मै अपनी सभी रचनाएँ आपके लिए समर्पित कर रहा हूँ।

आज के महत्वपूर्ण दिन 5 अगस्त 2020 पर मै कुछ करना चाहता था। बहुत सोचने के बाद मैने यह निर्णय लिया है क्योंकि इसकी मदद से इतने सालो के अंतराल के बाद मै आप सभी से एक बार फिर से जुड़ सकता हूँ।

आज राम मन्दिर का पुन: निर्माण का कार्य प्रारंभ हो रहा है मेरी ओर से सभी मित्रों को बधाई और शत-शत प्रणाम। इस दिन से बेहतर कोई और दिन नहीं हो सकता था।

आज मै एक नयी कृति “काफ़िर” की शुरूआत कर रहा हूँ। जल्दी ही उसको भी यहीं पर आपके लिए समर्पित करूँगा।

वीर राठौर  


9 टिप्‍पणियां:

  1. कहा थे इतने दिनों से!! हमलोग आपके इंतजार करते रहे करते रहे करते रहे।।

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  2. दूर आये दुरुस्त आये। दोस्तों कुछ न कुछ मजबूरियाँ होती है वर्ना कोई बेवफा नहीं होता।

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  3. नमस्कार वीर भाई, कहाँ थे आप,इतने साल आपका ििइंतजार किया,आप आ ही गये वापिस,कल फिर से अफ़ग़ान पड़ रहा था,सोचा try करु,आप मिल ही गये,भाई कबी हाल चाल ही बता दिया करे,वेलकम बैक

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  4. Bahu salo baad aap ki kahani mili inkar tha ki kahani puri kab hogi aap aaye purani kahani puri ki or eak nayai kahan bhi laye aa gyap ka sukriya kafir kab tak aayegi ?

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  5. भाई आपको सकुशल देखके बहोत प्रसन्नता हई��
    आप जितना हो सके हम दोस्तोंके संपर्क मे राहा करिये��
    मानते है आपका दिन और रात काफी व्यस्त जा रहे है और अब तो तालिबान नाम का राक्षस फीरसे उठ खडा हूवा है, आपसे जादा अफगाण की परिस्थीया कोई इतने अधिकार और हकसे हमे नही समजा सकता, सकिना भाभी और आपको ढेर सारा प्यार.��

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  6. Veer Bhai aapkaa and aapkistory kaa hamesaa ki tarha intjaar horhaa hai?

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