शह और मात-22
छोटे टर्बो पैसेंजर
प्लेन मे चौदह लोग मेरे साथ इस्लामाबाद जा रहे थे। एयरपोर्ट मे प्रवेश करते ही एक व्यक्ति
पर नजर पड़ते ही मै चौंक गया था। इस्लामाबाद स्तिथ चीनी दूतावास की अतिरिक्त सचिव फाँग
लियु वांग कुछ अमरीकन आला अफसरों के साथ बातचीत मे उलझी हुई थी। वालकाट धीरे से बोला…
यह डेलीगेशन उस चीनी छिनाल के दबाव मे पाकिस्तान जा रहा है। राहदारी रुकने के कारण
सी-पैक का काम भी रुक गया है। इतना बोल कर वह मुझे एक किनारे मे छोड़ कर उनकी दिशा मे
चला गया था। थोड़ी देर मे ही कुछ नाटो के अफसर भी पहुँच गये थे। वालकाट ने सभी का परिचय
डेलीगेशन के मुखिया सिनेटर राबिन्सन से कराया जिसमे मै भी शामिल था। फाँग लियु वांग
ने मुझसे हाथ मिलाते हुए पूछा… मिस्टर सैम, मुझे लगता है कि मै आपसे पहले भी मिल चुकी
हूँ। …सौरी, मुझे नहीं लगता। मै तो आफिस की डेस्क संभालता हूँ इसलिये कम ही लोगों के
सामने आता हूँ। बस हमारे बीच मे इतनी बात हुई थी लेकिन मैने महसूस किया कि उसकी नजरे
काफी देर तक मेरा पीछा करती रही थी। बोर्डिंग का इशारा मिलते ही हम सब प्लेन की दिशा
मे चल दिये थे। फाँग लियु वांग सबसे आगे सीनेटर राबिन्सन के साथ बैठी थी। मै वालकाट
के साथ सबसे पीछे जाकर बैठ गया।
मुश्किल से फ्लाईट
उड़ने के दस मिनट के बाद अचानक फाँग लियु वांग उठ कर पीछे की ओर बढ़ती हुई दिखी तो मै
सावधान होकर बैठ गया। वालकाट धीरे से फुसफुसा कर बोला… सैम, यह जहरीली नागिन है। इस
से संभल कर रहना। तब तक वह हमारे पास पहुँच गयी थी। …मिस्टर एंथनी, सिनेटर राबिन्सन
आपसे कुछ बात करना चाहते है। वालकाट ने एक बार मेरी ओर देख कर पूछा… अभी। …यस। वालकाट
उठ कर आगे चला गया और उसकी जगह पर वह मेरे साथ बैठ गयी थी। उसकी भीनी-भीनी सेन्ट ने
आस-पास का वातावरण एकाएक महका दिया था। उसको अनदेखा करने की मंशा से मै खिड़की के बाहर
देखने लगा। …सैम। अब उसे अनदेखा करना मुमकिन नहीं था। मैने उसकी ओर देखा तो वह मुस्कुरा
कर बोली… मुझे याद आ गया कि मै तुमसे पहले नहीं मिली थी। यह सुन कर दिमाग मे बज रही
खतरे की घंटी बजनी बन्द हो गयी थी। …लेकिन हमारा दो बार आमना सामाना हो चुका है। पल
भर की राहत के बाद एक बार फिर से मै सावधान हो गया था। …मैने तुम्हें इस्लामाबाद मे
रिजवी की पार्टी मे देखा था। यह बोलते हुए वह मेरी ओर गौर से देख रही थी। मुझे ऐसा
लगा कि जैसे वह मेरे दिमाग मे उमड़ते हुए सवालों
को पढ़ने की कोशिश कर रही थी। तभी वह बोली… उसके बाद मैने तुम्हें उस दिन शापिंग
माल की लिफ्ट मे देखा था। मैने जल्दी से कहा… ओह, मै इतनी खूबसूरत लड़की के चेहरे को
भला कैसे भूल गया। आई एम सौरी। वह मुस्कुरा कर बोली… सिर्फ इसलिये कि दोनो बार तुम्हारे
साथ मुझसे ज्यादा खूबसूरत पार्टनर थी। इतना बोल कर वह खिलखिला कर हँस पड़ी और मैं एकाएक
उसकी इस हरकत पर झेंप मिटाने की कोशिश मे लग गया। हवाई जहाज मे बैठे हुए हमारे सहयात्रियों
की नजरें हमारी ओर घूम गयी थी। अचानक वह धीमे स्वर मे बोली… सौरी, आप उस दिन आप बेवजह
क्रास फायर मे फँस गये थे। यह सुन कर एकाएक एसी की ठंडक मे मेरा जिस्म पसीने-पसीने
हो गया था। काबुल से इस्लामाबाद की आधे घंटे की फ्लाईट थी। इतनी बात करके वह पूरे रास्ते
आराम से आँखे मूंद कर बैठी रही लेकिन मै अपनी उधेड़बुन मे उलझ कर रह गया था।
इस्लामबाद एयरपोर्ट
पर उतर कर मै और वालकाट आये हुए अमरीकन डेलीगेशन के साथ चले गये थे। बाकी सभी अपनी-अपनी
गाड़ियों मे निकल गये थे। फाँग लियु वांग को लेने उसके दूतावास
की कार आयी थी। इस्लामाबाद शहर की ओर जाते हुए वालकाट ने पूछा… वह क्या बात कर रही
थी? …कोई खास बात नही कर रही थी। …जब तक यहाँ हो तब तक इस नागिन से दूर रहने की जरुरत
है। इसकी पहुँच पाकिस्तानी एस्टेबलिश्मेन्ट मे काफी गहरी है। …एंथनी, मुझे लगता है
कि मुझे यहाँ पर डिपार्टमेन्ट के साथ दूरी बना कर रखनी चाहिये। सभी चरमपंथी तंजीमों
को एक करने मे यह नागिन बहुत बड़ा रोड़ा है। अगर मुझे उनके करीब रह कर काम करना है तो
मुझे तुमसे दूरी बना कर रखनी पड़ेगी। …सैम, अब इस मामले मे देर हो गयी है। तुम अब हमारे
डेलीगेशन के सदस्य हो तो मीटिंग के बाद ही तुम्हें कोई नयी रणनीति बनानी पड़ेगी। वालकाट
की बात ने मेरे मुख पर ताला लगा दिया था। कुछ ही देर मे हम अमरीकन दूतावास पहुँच गये
थे। …सैम, कल सुबह दस बजे से मीटिंग शुरु हो जाएगी। इसलिये नौ बजे तक यहाँ पहुँच जाना।
यह कार तुम्हारे चार्ज मे है। इतना बोल कर वह मुझे वहाँ छोड़ कर चला गया था। मैने ड्राईवर
से मेरिएट होटल चलने के लिये बोल कर आराम से पीठ टिका कर अपनी आगे की कार्यवाही के
बारे मे सोचने बैठ गया।
मेरीएट होटल पहुँच
कर अपने ड्राईवर से सुबह आठ बजे आने के लिये बोल कर मै अन्दर चला गया था। होटल मे एक
रुम लेकर मैने नीलोफर को फोन लगाया तो पहली घंटी पर उसकी जानी पहचानी आवाज कान मे पड़ी…
समीर, तुम वापिस कब आ रहे हो। …जानेमन मै मेरिएट मे ठहरा हूँ। तुम कहाँ रह रही हो?
वह जल्दी से बोली… पता लिखो। मैने जल्दी से पता लिख कर कहा… नीलोफर, मै कुछ देर मे
इसी पते पर पहुँच रहा हूँ। सभी साथियों को खबर कर दो कि वह कल शाम तक यहाँ पहुँच जाये।
बस इतनी बात करके मै होटल की टैक्सी लेकर नीलोफर के ठिकाने की ओर चल दिया था। उसका
पता एक बहुमंजिली इमारत की दसवीं मंजिल का था। उस पते पर पहुँच कर मैने टैक्सी को वापिस
भेज दिया था। कुछ ही देर मे एक विशाल व भव्य आफिस के सामने चकराया हुआ खड़ा था। पीतल
के बड़े-बड़े अक्षरों मे गोल्डन इम्पेक्स फाईनेन्स & इन्वेस्टमेन्ट के बोर्ड को देख
रहा था। …समीर। नीलोफर की आवाज गूंजी तो मैने चौंक कर मुड़ कर देखा तो वह दौड़ती हुई
मेरे करीब आ चुकी थी। जब तक संभल पाता तब तक वह मेरे गले मे बाँहें डाल कर झूल गयी।
इतने दिनो की जुदाई के बाद मिलने का उत्साह शांत होने के पश्चात मैने पूछा… तुम क्या
आफिस मे रह रही हो? …आफिस का एक हिस्से मे काफी बड़ा आधुनिक रिहायश का इतंजाम है। सुरक्षा
की दृष्टि मे यह जगह मुझे उपयुक्त लगी तो इसी को बेस बना लिया। इतना बोल कर हम आफिस
के गेट की दिशा मे बढ़ गये थे।
काफी आधुनिक व भव्य
आफिस था। सीईओ के आफिस मे प्रवेश करते हुए नीलोफर बोली… यह हमारा आफिस है। इतना बोल
कर वह कुर्सी के पीछे बने दरवाजे पर ईलेक्ट्रानिक लाक पर कुछ नम्बर पंच करके बोली…
फ्लैट की एँट्री के लिये एक रास्ता यहाँ से भी है। एक खटके के साथ वह दरवाजा खुल गया
और हम फ्लैट मे दाखिल हो गये थे। काफी आलीशान फ्लैट था। मैने एक नजर चारों ओर डाल कर
कहा… इसका मुख्य दरवाजा कहाँ है? नीलोफर मुझे लेकर एक दिशा मे चल दी थी। दरवाजे के
सामने पहुँच कर सारा नक्शा मुझे समझ मे आ गया था। …इसका मुख्य गेट दूसरे विंग मे खुलता
है। नीलोफर मुस्कुरा कर बोली… तुम समझ गये कि मै क्या कहना चाहती हूँ। मैने झपट कर
उसकी कमर मे हाथ डाल कर हवा मे उठा कर कहा… एक्सीलैन्ट। वह हवा मे झूलते हुए खिलखिला
कर हँसते हुए बोली… तुम्हारे आने की राह मै ही नहीं अपितु बहुत से लोग देख रहे है।
…वह सब मांगने वाले लोग है। अब हमारा असली काम शुरु करने का समय आ गया है। खाना खाते
हुए नीलोफर ने सारे कामकाज की विस्तृत जानकारी देकर कहा… यह जमाल कुरैशी का चक्कर क्या
है? मैने गजल और आमेना की कहानी सुना कर कहा… वह ड्रग्स के गोल्डन क्रेसेन्ट की मुख्य
पाईपलाइन का मालिक है जिसकी डोर जनरल फैज के हाथ मे है। जनरल फैज को कमजोर करने के
लिये हमे इस पाईपलाइन को धव्स्त करना जरुरी है। …जमाल कुरैशी पर हाथ डालना इतना आसान
नहीं होगा। …मै जानता हूँ। बस उस रात हमारे बीच इतनी बात हो सकी थी।
अगली सुबह नीलोफर
ने मुझे होटल पर समय से पहले छोड़ दिया था। समीर से सैम बन कर ठीक नौ बजे मै अमरीका
के दूतावास मे प्रवेश कर चुका था। वालकाट के पास पहुँच कर मैने पूछा… एंथनी अब आगे
मेरे लिये क्या निर्देश है? …हम लोग सिर्फ आब्सर्वर है। मैने राबिन्सन को ब्रीफ कर
दिया है। अब देखते है कि वह मेरी बात से कितना प्रभावित हुआ है। हम दोनो बात करते हुए
एक विशाल से कमरे मे प्रवेश कर गये थे। कुछ जाने-पहचाने चेहरे काफी टेबल के पास एकत्रित
होकर किसी मसले पर चर्चा कर कर रहे थे। …सैम, इस्लामाबाद मे हमारे दूतावास का अधिकांश
स्टाफ पाकिस्तानी एस्टेबलिश्मेन्ट की हिमायत मे उतरा हुआ है। इसलिये यहाँ पर हमे सावधान
रहने की जरुरत है। कुछ ही देर मे हाल मे अमरीकी राजदूत के साथ पाकिस्तानी जनरल महमूद
ने प्रवेश किया और उनके पीछे जनरल फैज के साथ पाकिस्तान के गृह मंत्री रशीद व पाँच
अन्य सेना के आफीसर आते हुए दिखाई दिये तो हाल मे चुप्पी छा गयी थी। मुख्य मेज पर डेलीगेशन
के लोग बैठ गये थे। राबिन्सन के पीछे लगी हुई कुर्सियों पर हम दोनो बैठ गये थे। अमरीकी
राजदूत के पीछे दूतावास के अन्य अधिकारी बैठ गये थे। एकाएक माईक पर अमरीकी राजदूत की
आवाज गूंजी… हम हमारे मित्र पाकिस्तान के डेलीगेशन का स्वागत करते हुए इस मीटिंग को
शुरु करते है। एकाएक सभी असिस्टेंट हाथ मे नोट पैड लिये लिखने के लिये तैयार हो गये
थे।
जनरल महमूद ने आतंकवाद
के खिलाफ छिड़ी जंग पर लंबी भुमिका बना कर असल मुद्दे को छेड़ते हुए कहा… हाल ही मे मित्र
राष्ट्र अपने हिस्से मे आतंकवादी तंजीमों पर अंकुश लगाने मे असफल है। उनकी तंजीमे सीमा
पार करके अब हमारी फौजी पोस्ट पर हमला करने लगी है। कुछ दिन पहले ही सीमा पर हमारी
पोस्ट पर तालिबान ने हमला करके बीस सैनिकों को शहीद कर दिया था। इस हमले के प्रतिकार
मे अभी तक हमने कोई कदम नहीं उठाया है। हम पर जनता की ओर से दबाव है कि हम दोषियों
को सजा दें परन्तु अमरीका मित्र राष्ट्र होने के कारण हम सीमा का उल्लंघन नहीं कर रहे
है। इस लिये इन तंजीमो पर अंकुश लगाने के लिये जंग के लिये हम मित्र देशों का साथ मांग
रहे है। इतना बोल कर जनरल महमूद ने जनरल फैज को इशारा किया और फिर जनरल फैज ने एक लंबी
प्रेसेन्टेशन देते हुए उस हमले की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा… मुल्ला के गुट के
खिलाफ हमे सख्त एक्शन लेने की जरुरत है। गृह मंत्री रशीद एक मूर्ति कि भाँति चुपचाप
सारी बातचीत सुन रहा था। पाकिस्तानी डेलीगेशन की ओर से जनरल महमूद और जनरल फैज की तकरीर
समाप्त होने के पश्चात गृह मंत्री रशीद बोला… अमरीका की राहदारी मे तालिबान का मुद्दा
एक रोड़ा बना हुआ है। अमरीका जब तक कोई सख्त एक्शन उनके खिलाफ नहीं लेता तब तक सरकार
का मानना है कि राहदारी नहीं खोल सकते। पाकिस्तानी डेलीगेशन ने अपना पक्ष सबके सामने
रख कर चुप हो गया था।
सीनेटर राबिन्सन ने
अपना माईक आन किया और धीरे से सभी को धन्यवाद देकर कहा… अभी तक जितनी भी जानकारी पाकिस्तानी
डेलीगेशन ने दी है उसको हम जाँच करने के बाद ही कोई जवाब दे सकते है। अभी तक हमारे
पास जो पुख्ता जानकारी है उससे तो यही माना जा सकता है कि वह पाकिस्तानी फौज और आईएसआई
का फाल्स फ्लैग आप्रेशन था। आपकी दो घंटे की तखरीर मे अभी तक आपने एक भी ऐसा पुख्ता
सुबूत नहीं दिया गया है कि जिससे पता चले कि सीमा पार करके आपकी सैन्य पोस्ट पर हमला
हुआ है। बिना तथ्यों के अगर पाकिस्तान सरकार हम पर दबाव डालने की कोशिश कर रही है तो
हमे अपने रिश्तों के बारे मे गहराई से सोचने की जरुरत पड़ेगी। एकाएक जनरल फैज बीच मे
बोला… आप हम पर बेवजह आरोप लगा रहे है। आपने करार किया है कि आप इन्टेलीजेन्स रिपोर्ट
साझा करेंगें परन्तु आप किस सुबूत के आधार पर यह तोहमत लगा रहे है। एकाएक पाकिस्तानी
डेलीगेशन के सदस्यों ने उग्र स्वर मे सीनेटर राबिन्सन की बात का खंडन करना आरंभ कर
दिया था। एकाएक अमरीकी राजदूत ने खड़े होकर सबको शान्त होने का निर्देश देकर कहा… जनरल
महमूद, आपने सीनेटर राबिन्सन की बात को बीच मे काट कर बोलना आरंभ कर दिया। यह तहजीब
के विरुद्ध है। पहले उनको अपनी बात रखने दिजिये उसके बाद आपको भी मौका दिया जाएगा।
इस तरीके से हम इस मसले का कोई हल नहीं निकाल सकेंगें। राजदूत की बात ने एकाएक पाकिस्तानी
डेलीगेशन के मुख पर ताला लगा दिया था।
सीनेटर राबिन्सन ने
राजदूत को धन्यवाद दे कर कहा… हम आपके सामने कुछ तथ्य रख रहे है। इन तथ्यों के आधार
पर हमने फाल्स फ्लैग आप्रेशन की बात कही है। मै अपने साथी एंथनी वालकाट से सभी तथ्य
सामने रखने का निवेदन कर रहा हूँ। एंथनी प्लीज आप अपना प्रेजेन्टेशन दिजिये। एंथनी
वालकाट खड़ा हो कर बोला… शुक्रिया सीनेटर राबिन्सन। पहला पोइन्ट आपके सामने है। जिस
पोस्ट का जिक्र किया गया है उस स्थान की दो महीने पहले की सेटेलाईट इमेज आपके सामने
है। कुअर्डिनेट्स देख लिजिये कि दो महीने पहले वहाँ पर कोई सैन्य पोस्ट नहीं थी। एकाएक
पूरे हाल मे चुप्पी छा गयी थी। वालकाट ने दूसरा चित्र दिखाते हुए कहा… एक महीने पुराना
चित्र अब आपके सामने है। अब आपको सैन्य पोस्ट दिख रही है। इसका मतलब तो यही है कि यह
पोस्ट अभी हाल मे ही बनायी गयी थी। दूसरी बात है कि हमारे बीच मे यह करार हुआ था कि
सुरक्षा कारणों से हम सभी सीमा से लगी पुरानी और नयी सैन्य पोस्टों की जानकारी एक दूसरे
के साथ साझा करेंगें। इस नयी पोस्ट बनाने की कोई जानकारी आपने हमारे साथ आज तक साझा
नहीं की है। तीसरा चित्र आपके सामने रखा जा रहा है। उस हमले के बाद आपने उस पोस्ट पर
कोई नयी नियुक्ति अभी तक नहीं की है तो इसका अर्थ यही निकाला जा सकता है कि वह स्थायी
सैन्य पोस्ट नहीं थी। सेटेलाईट इमेज झूठ नहीं बोल सकती। सीनेटर राबिन्सन ने इन्हीं
सब बातों को देख कर फाल्स फ्लैग आप्रेशन की बात कही है। अब अगर आपके पास इसके संबन्ध
मे कोई नयी जानकारी है तो हमारे साथ साझा किजिये। इतना बोल कर एंथनी वालकाट चुप होकर
वापिस अपनी सीट पर बैठ गया था।
पाकिस्तानी डेलीगेशन
की ओर से जनरल महमूद ने सबसे पहले मोर्चा संभाला और फिर उनके डेलीगेशन की ओर से तथ्यहीन
तकरीर का दौर शुरु हो गया था। एकाएक सीनेटर राबिन्सन ने जनरल फैज को बीच मे टोकते हुए
कहा… पहले कुछ ठोस तथ्य सामने रखिये उसके बाद ही हम किसी नतीजे पर पहुँच सकते है। बेवजह
हम समय जाया कर रहे है। आपने यह मीटिंग हमे यह बताने के लिये रखी थी कि सीमा पार से
तालिबान के लड़ाके पाकिस्तान मे घुस कर सैनिकों को मार रहे है। इस बात का अभी तक आपने
एक भी सुबूत नहीं दिया है। अब मै आरोप लगा रहा हूँ कि आपकी आईएसआई ने हमारी नियंत्रित
सीमा मे घुस कर एक विदेशी लड़की का बलपूर्वक अपहरण किया और फिर अंतरराष्ट्रीय कानून
का उल्लंघन करके उस विदेशी लड़की को पाकिस्तान मे बलपूर्वक पहुँचा दिया। सीनेटर राबिन्सन
एक पल रुक कर बोले… उस लड़की का नाम आमेना असगरी,
28 साल, ऐजरबैजान की नागरिक। वह कुछ बोलते कि तभी आमेना की तस्वीर स्क्रीन पर रौशन
हो गयी थी। सीनेटर राबिन्सन ने कहा… अगर आपको सुबूत चाहिये तो ऐजरबैजान के दूतावास
के अधिकारी का स्टेटमेन्ट है। हम अपहरण की सीसीटीवी की फुटेज दे सकते है। हम उस स्थान
के कुअर्डिनेट्स भी दे सकते है जहाँ उसे आपने फिलहाल नजरबन्द कर रखा है। अब क्या आप
मेरी इस बात का खंडन कर सकते है? एक बार फिर से सीनेटर राबिन्सन रुक कर बोला… अगर आप
मित्र देश है तो हमे बताये कि आप हमारी सीमा मे बिना बताये घुस कर गैर कानूनी काम कैसे
कर सकते है। अबकी बार तथ्यों के आधार पर मै आपको दोषी करार देता हूँ। अगर आप रिश्ते
सुधारना चाहते है तो सबसे पहले उस लड़की को सही सलामत हालत मे हमारे हवाले करना पड़ेगा।
इस केस को एंथनी वालकाट देख रहे है। अगर आप एक फाल्स फ्लैग आप्रेशन का सहारा लेकर राहदारी
रोकने की सोच रहे है तो इतना जान लिजिये कि फिलहाल आप हमारे लिये मित्र देश है परन्तु
उसके बाद हमे इस रिश्ते के बारे मे गहराई से सोचना पड़ेगा। इतना बोल कर सीनेटर राबिन्सन
चुप हो गया। पाकिस्तान डेलीगेशन कुछ देर दोनो देशों के बीच विश्वास वृद्धि की बात करके
वापिस चले गये थे।
राबिन्सन ने वालकाट
को रुकने का इशारा किया और फिर सबके जाने की राह देखने बैठ गया। सबके हाल से निकलने
के बाद राबिन्सन ने पूछा… एंथनी तुम्हे क्या लगता है? वालकाट मुस्कुरा कर बोला… एक्सीलेन्ट
जाब डन सर। लड़की के केस ने उनका मुँह बन्द कर दिया है। …यस। हम बात करते हुए हाल से
बाहर निकल आये थे। राबिन्सन के जाने के बाद वालकट अपने आफिस मे पहुँच कर बोला… सैम,
हम तो कल शाम को यहाँ से वापिस काबुल चले जाएँगें। तुम यहाँ पर मेरी जगह आईएसआई के
साथ सारे मसलों पर कुअर्डिनेट करोगे। मैने चौंक कर कहा…एंथनी, मेरे पास मेरा काम है।
उसके लिये मुझे इनकी नजरों से बच कर काम करना है। …सैम, तुम इनको अपने काम मे इस्तेमाल
करोगे तो सुरक्षित रहोगे। कंपनी के आदमी पर यह लोग आसानी से हाथ नहीं डालेंगें। तुम्हारे
आने-जाने पर कोई प्रतिबन्ध भी नहीं होगा। मेरी सलाह मानो क्योंकि यह जगह इनके नियंत्रण
मे है। कुछ सोच कर मैने कहा… ठीक है। इस बारे मे मुझे सोचने दो। अब मै चलता हूँ। इतनी
बात करके मै गोल्डन इम्पेक्स के आफिस की ओर निकल गया था।
नीलोफर ने मेरी अनुपस्थिति
मे कुछ ही दिनो मे पूरा आफिस स्थापित कर दिया था। रिसेप्शन पर एक सुन्दर सी लड़की ने
मेरा स्वागत करते हुए पूछा… किससे मिलना है? …आपकी सीओओ मिस नीलोफर से मिलना है। …आपका
नाम? …समीर बट्ट। उसने चौंक कर मेरी ओर देखा और फिर जल्दी से फोन उठा कर किसी से बात
करके बोली… प्लीज बैठिये। वह आ रही है। मै वहीं खड़े-खड़े आफिस का जायजा ले रहा था। चार
सुन्दर हसीना अपने कम्प्युटर मे उलझी हुई थी। तीन नवयुवक मेज पर पड़ी हुई फाईलो मे डूबे
हुए थे। तभी नीलोफर अपने केबिन से निकली और उसके पीछे दो हसीनायें हाथ मे फाईल पकड़े
मेरी ओर आती हुई दिखी तो मै सावधान हो गया। मुझे देखते ही नीलोफर अपने साथ चलती हुई
एक हसीना से बोली… शमा दस मिनट मे सबको मीटिंग रुम मे इकठ्ठा करो। मै वहीं आ रही हूँ।
इतना बोल कर वह मेरे पास आकर बोली… समीर, आफिस मे चल कर बात करते है। मै उसके साथ उसके
केबिन की ओर चल दिया।
…समीर, मैने जमीर
को सूचना दे दी है। वह सब आज शाम तक यहाँ पहुँच जाएँगें। अब बताओ कि आगे कैसे करना
है? …यहाँ कितने का स्टाफ है? …दस लोगों का स्टाफ है। सभी कर्मचारी अच्छे व प्रभावशाली
घरानों से ताल्लुक रखते है। …इतना काम फैलाने की क्या जरुरत थी? …तुम नहीं समझोगे।
होटल के कमरे से हर काम जालसाजी का लगता है। अब हम बड़े प्रभावशाली लोगों के साथ संबन्ध
बना रहे है। अब वह पैसा लेकर सरकार की मशीनरी का दुरुपयोग करके हमारे पैसों को हजम
करने की हिम्मत नहीं करेंगें। हम बात करते हुए उसके केबिन मे आ गये थे। …इनसे किस प्रकार
का काम ले रही हो? …जिस लड़की को मीटिंग के लिये कहा था वह गृह सचिव की बेटी शमा है।
उसके साथ जो लड़की आ रही थी वह वित्त मंत्री की बहू परवीन है। यह दोनो क्लाईन्ट संभालती
है। अब तुम ही बताओ कि भला इनके जरिये तुम कितने लोगों से मिल सकते हो। …चलो यह तुम्हारा
आफिस है तो तुम बेहतर जानती हो कि इनका कैसे इस्तेमाल करना है। अनवर रियाज का क्या
हाल है? …उसको तुम्हारे आने की खबर कर दी है। वह चार बजे आयेगा। अब तुम्हें सोचना है
कि उसका क्या करना है। इतना बोल कर नीलोफर ने एक फाईल मेरी ओर बढ़ाते हुए कहा… यह सभी
लोग पैसे मांग रहे है। मैने फाईल के पन्ने पलटते हुए एक सरसरी नजर डाल कर उसकी ओर बढ़ाते
हुए कहा… शाम को इस मामले मे बात करेंगें।
कुछ देर इधर-उधर की
बात करने के पश्चात नीलोफर उठते हुए बोली… चलो। वह सब बैठ गये होंगें। मै उठ कर उसके
साथ चल दिया था। छोटा सा आधुनिक मीटिंग रुम उसके केबिन से कुछ दूरी पर बना हुआ था।
दस लोग अपनी-अपनी जगह पर पहले से बैठे हुए थे। नीलोफर मेज के एक सिरे पर पहुँच कर बोली…
आप लोगो को यहाँ पर इस कंपनी के चेयरमेन मिस्टर समीर बट्ट से मिलवाने के लिये बुलाया
है। मेरी ओर इशारा करके वह बोली… यह मिस्टर समीर बट्ट है। इस प्रकार की मुलाकात के
लिये मै तैयार नहीं था। अपनी झेंप मिटाने के लिये मैने जल्दी से कहा… हैलो। आप सभी
से मिल कर बहुत खुशी हुई। अच्छा होगा कि आप सभी अपने बारे कुछ बतायें जिससे आप सभी
के साथ परिचय हो जाये। इतना बोल कर मै चुप हो गया। शमा और परवीन के बारे नीलोफर से
जान चुका था। उनको छोड़ कर दो नवयुवकों और चार नवयुवतियों ने अपना परिचय दे दिया था।
एक नवयुवक बाहर गया हुआ था। एक युवती रिसेप्शन पर तैनात थी। सभी विदेशों से पढ़ कर आये
पाकिस्तान के प्रभावशाली परिवारों से संबन्ध रखते थे। तीन लड़कियाँ क्लाईन्ट का पेपरवर्क
देखती थी। दोनो युवक लोन लेने वाले प्रोजेक्ट्स की ड्यु डिलिजेन्स और कार्यकारी जाँच
करते थे। एक लड़की अकाउन्टेन्ट का कार्यभार संभाल रही थी। सबसे बात करने के पश्चात मै
समझ गया कि नीलोफर ने अपना काम जमाने के लिये काफी पुख्ता तैयारी कर रखी थी। मीटिंग
समाप्त करके हम दोनो मेरे कमरे मे जाकर बैठ गये।
कुछ सोच कर मैने कहा…
नीलोफर, मै इस आफिस मे सिर्फ जरुरी काम से आया करुँगा। इस आफिस को अब से तुम्हें संभालना
होगा। नीलोफर तुनक कर बोली… क्यों? …क्योंकि अबसे तुम सिर्फ कारोबार संभालोगी। अब तुम्हें
अपने काम मे इस्तेमाल करने के बजाय मै तुम्हारी मदद सिर्फ सूचना और किसी से मिलने के
लिये लिया करुंगा। …समीर, यह हमारा कारोबार है। …नहीं, यह तुम्हारा कारोबार है। वह
कुछ देर मुझे देखती रही और फिर मेरे पास आकर बोली… हर्गिज नहीं। यह हमारा कारोबार है।
अगर मुझसे पीछा छुड़ाने की सोच रहे हो तो मै आज और अभी इस काम को बन्द कर दूंगी। मैने
जल्दी से उसे पकड़ कर अपनी बाँहों मे जकड़ कर अपनी गोदी मे जबरदस्ती बिठा कर कहा… ऐसी
बेवकूफी करने की जरुरत नहीं है। इतना अच्छा कारोबार तुमने सेट-अप किया है तो इस काम
को बढ़ाने की कोशिश करो। तुम्हारा प्रभावी फ्रंट मेरा सुरक्षा कवच है। कुछ देर उसे अपनी
बाँहों मे जकड़ कर समझाने के पश्चात मैने कहा… अबसे किश्त वसूलने का काम तुम तंजीमो
पर छोड़ देना। इस काम मे तुम्हें पड़ने की जरुरत नहीं है। …कौनसी तंजीमे? …मै बता रहा
हूँ। सबसे पहले अनवर रियाज की किश्त वसूलने का जिम्मेदारी अपने तायाजी पर डाल दो।
…ठीक है। ब्रिगेडियर नूरानी को कौन देखेगा? …ब्रिगेडियर नूरानी को अबसे तुम डील नहीं
करोगी। वह आईएसआई का प्यादा है तो उससे मै सीधे डील करुँगा। उससे पैसे वसूलने का काम
अल्ताफ और शहजाद करेंगें। …और आसिफ मुनीर? …उसके लिये तुम खुदाई शमशीर का इस्तेमाल
करना। वह मुझसे अलग होकर मुस्कुरा कर बोली… तुम इस कारोबार को खुदाई शमशीर के प्रोजेक्ट्स
से दूर रखना चाहते हो। धीरे से उसके गाल सहला कर मैने कहा… अब तुम मेरी बात समझ गयी।
नीलोफर ने अपना सिर हिला कर हामी भरते हुए हुए पूछा… यह जमाल कुरैशी का क्या चक्कर
है? …शाम को उनके सामने बताऊँगा। नीलोफर मुझे वहीं छोड़ कर अपने केबिन मे चली गयी थी।
मै शाम की तैयारी मे जुट गया था।
आफिस बन्द हो चुका
था। सब वापिस जा चुके थे। नीलोफर आफिस के मुख्य द्वार को लाक करके वापिस आ गयी थी।
हम दोनो फ्लैट मे बैठ कर अपनी टीम का इंतजार कर रहे थे। …समीर, अनवर रियाज बोल कर भी
नहीं आया। अब वह बचने की कोशिश कर रहा है। उसने दो महीने से किश्त नहीं भरी है। …अपने
तायाजी को किश्त वसूलने के काम पर लगा दो। मैने अपनी बात पूरी करी ही थी कि डोर बेल
बज उठी। नीलोफर दरवाजे की ओर चली गयी। कुछ ही पल बीते थे कि मेरी टीम के सभी सदस्य
उसके पीछे आते हुए दिखाई दे गये थे। औपचारिकतायें पूरी करके मैने सामने बैठे हुए अपनी
टीम से कहा… अब आप्रेशन अज्ञातवीर आरंभ करने का समय आ गया है। नीलोफर ने चौंक कर पूछा…
समीर, तुम क्या करने की सोच रहे हो? …नीलोफर, अब हमारे नेटवर्क को कार्यान्वित करने
का समय आ गया है। तुमने इस्लामाबाद के प्रभावशाली घरानों मे अपनी पुख्ता जगह बना ली
है। सईद और सुहेल ने खुदाई शमशीर को गिल्गिट और बाल्टीस्तान मे एक प्रभावशाली तंजीम
के रुप मे स्थापित कर दी है। खुदाई शमशीर की ओर से राशिद और परवेज खैबर पख्तूनख्वा
मे अल्ताफ और शहजाद के साथ मिल कर सभी छोटे-बड़े कबीलो को एक करने मे सक्रिय है। नईम
और शमशेर खुदाई शमशीर के नाम से करांची मे सिन्ध लिब्रेशन मूवमेन्ट के साथ काम कर रहे
है। इतना बोल कर मैने अपनी टीम की ओर देखा तो सभी ने हामी मे अपनी गरदन हिला कर मेरी
बात का अनुमोदन कर दिया था।
कुछ पल रुक कर मैने
कहा… आप्रेशन अज्ञातवीर की नींव तैयार हो गयी है। हक डाक्ट्रीन के मुख्य बिन्दु “तेरा
मेरा रिश्ता क्या ला इलाही लिल्लाह” पर
चोट मारने का समय आ गया है। बहात्तर फिरके वाले इस्लाम के समाज मे बहुत सी दरारें है।
हमे उन दरारों का इस्तेमाल करने से पहले पाकिस्तानी एस्टेब्लिश्मेन्ट को कमजोर करने
की जरुरत है। उन्होंने हमारे लिये जो ब्लू प्रिंट बनाया था अब उसी हक डाक्ट्रीन के
ब्लू प्रिंट को पाकिस्तान मे हमे कार्यान्वित करना है। एक पल रुक कर मैने बोलना जारी
रखा… काबुल मे काम करते हुए मेरे सामने आईएसआई की आमदनी के मुख्य स्त्रोत की एक पाईपलाईन
उजागर हुई है। उस पाईपलाईन पर चोट मार कर उसे ध्वस्त करना जरुरी है। उस पाईपलाईन को
करांची का कारोबारी कमाल कुरैशी का परिवार संभालता है। पिछले तीन हफ्ते से नईम और शमशेर
उस करांची के कारोबारी के बारे मे जानकारी इकठ्ठा कर रहे थे। इतना बोल कर मैने नईम
की ओर देखा तो वह जल्दी से बोला… सर, कमाल कुरैशी इस वक्त करांची के अंडरवर्ल्ड का
मुखिया है। यह जानकारी सर्वविदित है कि वह जनरल फैज का आदमी है। मैने बीच मे टोकते
हुए कहा… जनरल फैज पाकिस्तानी आईएसआई का मुखिया है और उसकी आमदनी का मुख्य स्त्रोत
कुरैश ग्रुप है। अब आईएसआई की
कमाई की एक पाईपलाइन हमारे सामने उजागर हो गयी है।
शमशेर बने हुआ थापा
ने जल्दी से अपने पुराने अंदाज मे बोला… साबजी। मैने तुरन्त डपटते हुए कहा… थापा, तुम
सभी की जान खतरे मे डाल दोगे। वह तुरन्त बोला… जनाब, गुस्ताखी हो गयी। माफ कर दिजिये।
कुरैश ग्रुप की असलियत जान लिजिये।
पता चला है कि दस साल पहले जब जनरल फैज करांची कोर्प्स मे ब्रिगेडियर के पद पर नियुक्त
हुआ तब उसने फिल्मी और गैर फिल्मी लड़कियों के दलाल कमाल कुरैशी के सिर पर हाथ रख कर
उसे करांची के फिल्म जगत मे फाईनेन्सर बना दिया था। वह पाकिस्तानी फिल्मों और ड्रामो
मे जनरल फैज का पैसा लगाता है। उसका बेटा जमाल कुरैशी प्रोड्यूसरों से पैसे वसूलने
का काम किया करता था। यहीं से जमाल कुरैशी की अपराधी जिन्दगी शुरु हुई थी। यहीं से
कमाल कुरैशी की कुरैश ग्रुप की किस्मत चमकी थी। कुछ ही सालों मे कुरैश ग्रुप बालीवुड और करांचीवुड
का प्रमुख फाईनेन्सर बन गया था। आज कुरैश ग्रुप रियल एस्टेट, शापिंग माल, इम्पोर्ट-एक्स्पोर्ट
व अन्य बहुत से कारोबार मे उलझा हुआ है। फिल्म लाइन से जुड़े हुए पुराने लोग बताते है
कि आज कल जमाल कुरैशी ड्र्ग्स के काम मे सिर तक डूबा हुआ है। मैने थापा को टोकते हुए
कहा… शमशेर, हमे इतिहास मे कोई रुचि नहीं है। आज कुरैश ग्रुप के कारोबार से जुड़े
हुए मुख्य लोग कौन-कौन है? अबकी बार नईम ने कहा… सर, करांची मे फिल्म का कारोबार जमाल
का छोटा भाई अकबर कुरैशी संभालता है। उसका अब्बा कमाल कुरैशी रियल एस्टेट का काम देखता
है। जमाल कुरैशी को हमने आज तक करांची मे कभी देखा नहीं है। लगता है कि वह पाकिस्तान
से बाहर रह कर सारा ड्रग्स का कारोबार संभालता है। खबर है कि करांची के अपराध जगत मे
काना शकील उसका मुख्य एजेन्ट है। कुरैश ग्रुप के काले कारोबार का
हिसाब किताब नूरी नाम की औरत और उसका खाविन्द शमीम पार्कर देखते है। सिन्धी लिब्रेशन
फ्रंट के अनुसार सारा कारोबार तो जनरल फैज का है, कुरैशी परिवार तो सिर्फ एक नाम है।
जब से वह आईएसआई का मुखिया बना है तब से उसके सारे काले व सफेद कारोबारों पर आईएसआई
और सेना के लोग धीरे-धीरे काबिज हो रहे है। आजकल कुरैशियों के बीच इस बात का काफी तनाव
पनप रहा है।
कुछ देर सोचने के
पश्चात मैने पूछा… कुरैश ग्रुप की पाईपलाईन को ध्वस्त करने के लिये हमे उसके
कुछ महत्वपूर्ण प्यादों को हटाने की जरुरत है। अगर उसका करांची का साम्राज्य हिलने
लगेगा तो जमाल कुरैशी जहाँ कहीं बैठा हुआ है तुरन्त सामने आयेगा। इसके लिये तुम्हें
खुद कुछ नहीं करना है बस लिब्रेशन फ्रंट के कुछ लोगों का इस्तेमाल करके एक हिट जाब
करनी है। हमारा पहला शिकार अकबर कुरैशी है। दो हफ्ते उस पर नजर रखो और उचित समय पर
फ्रंट के युवकों के द्वारा उसे जहन्नुम का रास्ता दिखा दो। नईम बोला… लिब्रेशन फ्रंट
के बजाय हम ही क्यों उन्हें नहीं उड़ा देते? …नहीं इस काम मे हमारा कोई भी आदमी सामने
नहीं आयेगा। इतनी देर मे पहली बार नीलोफर बोली… साहिबा का क्या करना है? मैने उसकी
ओर देखा तो नईम बोला… बड़ी गर्म चर्चा है कि एआरवाई की ड्रामा क्वीन साहिबा के पास जमाल
कुरैशी ने कई बार पैगाम भिजवाया है। …उस पर अभी नजर रखो। हो सकता है कि साहिबा के चक्कर
मे जमाल की वापिसी हो जाये। वैसे क्या तुम्हारे पास जमाल की बीवी और बच्चों की कोई
खबर है? अबकी बार थापा बोला… जनाब, यही एक पहेली बनी हुई है। उसके परिवार के बारे मे
कोई पुख्ता खबर नहीं है। कोई कहता है कि उसकी तीन बीवीयाँ और सात बच्चे है परन्तु आजतक
उनको किसी ने देखा नहीं है। यह भी सच है कि उनके घर मे फिल्मी हस्तियों व विदेशी लड़कियों
का आना-जाना लगा रहता है लेकिन अभी तक कोई बीवी और बच्चों का पुख्ता सुबूत नहीं मिला
है।
मै कुछ बोलता तभी
मेरे फोन की घंटी बजने लगी तो मैने उन्हें चुप करा कर जल्दी से काल लेते हुए पूछा…
बोलो एंथनी। …सैम, कल सुब टाइम से आफिस पहुँच जाना। आईएसआई के जनरल फैज से उसके आफिस
मे मिलने जाना है। …एंथनी, तुम अभी से मुझे क्यों उसके सामने एक्स्पोज कर रहे हो?
…तुम्हारी बीवी के सिलसिले मे मीटिंग है। …एंथनी, वह मेरी बीवी नहीं है। वह जमाल की
कमजोर नस है। …तो इसीलिये कल नौ बजे तक आफिस पहुँच जाना। मैने हथियार डालते हुए कहा…
पहुँच जाऊँगा। इतना बोल कर मैने फोन काट कर उनकी ओर देखा तो सभी मेरी ओर प्रश्नवाचक
दृष्टि से देख रहे थे। इससे पहले नीलोफर कुछ बोलती मैने कहा… कुरैश ग्रुप के कारोबार और जनरल
फैज की पैसे की आवक-जावक वाली पाईपलाइन का पता लगाना जरुरी है। वह कौन लोग है जिनके
द्वारा उनके पास पैसा पहुँचता है और वह कौन लोग है जिनके द्वारा उनका पैसा जनरल फैज
के पास पहुँचता है। …समीर, यह एंथनी कौन है? नीलोफर ने सीधा सवाल मुझसे किया लेकिन
उसका सीधा जवाब मेरे पास नहीं था। सबकी नजरें मुझ पर टिकी हुई थी। जमाल कुरैशी और उसकी
बीवी की बात ने सबको चौंका दिया था। कुछ सोच कर मैने कहा… अज्ञातवीर आप्रेशन की कामयाबी
के लिये मै एंथनी के साथ काम कर रहा हूँ। एंथनी वालकाट सीआईए का वरिष्ठ अधिकारी है
जो अफगानिस्तान से अमरीका के बाहर निकलने की रणनीति बना रहा है। उसके द्वारा ही मुझे
कुरैश ग्रुप के काले कारोबार के
बारे मे पता लगा था। इतना बोल कर मै चुप हो गया लेकिन नीलोफर तुरन्त बोली… तुम आग से
खेल रहे हो। सीआईए ने इस खित्ते मे क्या कम आग लगायी है। तालिबान और अन्य तंजीमे तुम्हारे
भरोसे पर उस जिरगे मे इकठ्ठा हो रही है और तुम्हारी बातचीत सीआईए से चल रही है। …नीलोफर,
मै जानता हूँ कि मै क्या कर रहा हूँ। हमे सीआईए की मदद चाहिये जिससे जिरगा होने बाद
हम यहाँ से सुरक्षित निकल सके। …तो इस कारोबार का क्या होगा? …तभी तो मैने तुमसे कहा
है कि अब इस कारोबार को मुझसे दूर रखना पड़ेगा। इस खुलासे से एकाएक सब चुप हो गये थे।
…सईद और सुहैल अब
तुम्हारे मिशन मे थोड़ी तब्दीली करनी पड़ेगी। जिरगा होने से पहले गिल्गिट बाल्टीस्तान
मे हमे कश्मीरी तंजीमो को कमजोर करके खुदाई शमशीर को मजबूती देनी है। सबसे पहले जैश
और लश्कर को छोड़ कर बाकी सभी छोटी और बड़ी कश्मीरी तंजीमों के मुख्य लोगों को एक-एक
करके जहन्नुम भेजना है। इस काम को खुदाई शमशीर के जिहादियों को अंजाम देना है। तुम्हारा
काम उनके लिये योजना बनाना और हथियार और पैसे की मदद तक सिमित रहेगा। सईद ने सवाल किया…
सर, जिहाद के लिये मकसद क्या होगा? …चीन और शरिया। हमे पहले उनके क्षेत्र मे कश्मीरी
तंजीमो के खिलाफ एक हवा बनानी है कि आईएसआई के कहने पर वह तंजीमे चीन की सड़क परियोजना
को सफल बनाने मे जुटी है और आईएसआई के कारण वह अपने क्षेत्र मे शरिया नाफिज कराने मे
रोड़ा बनी हुई है। तभी सुहेल ने पूछा… सर, इसके लिये तो खुदाई शमशीर को उनके सामने आना
होगा। …अभी नहीं। हवा बनाने के लिये ईस्लामिया मस्जिद के मौलाना अली मोहम्मद को आगे
कर देना। …जी सर।
…राशिद और परवेज तुम्हें
खैबर पख्तूनख्वा और बलोचिस्तान की तंजीमो के साथ समन्वय बनाना है। वहाँ पर हालात ऐसे
बन रहे है कि तेहरीक, अफगान तालिबान और बलोच रेसिस्टेन्स फ्रंट अब सीधे पाकिस्तानी
सेना से टकराने की मुहिम छेड़ने की सोच रहे है। तुम्हें उनको गुरिल्ला युद्ध के लिये
तैयार करना है। पाकिस्तानी सेना की एक सीमावर्ती पोस्ट को अफगान तालिबान के मुल्ला
मोईन ने अभी हाल मे ही ध्वस्त किया है। अब ऐसे हमले बलोचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा
मे बढ़ेंगें। इसके लिये मै तुम्हें इन इलाकों मे सक्रिय आईएसआई के मुखबिरों के नाम समय-समय
पर दूंगा और तुम अल्ताफ और शहजाद के जरिये उन्हें जहन्नुम पहुँचाने का इंतजाम करोगे।
इतना बोल कर मै चुप हो गया था। एक बार सभी पर नजर डाल कर मैने कहा… आप सभी एक निर्णय
कर लिजीये कि आप लोग सिर्फ योजना और संसाधन जुटाने मे योगदान करेंगें और बाकी काम को
अंजाम सिर्फ तंजीमो के जिहादी देंगें। इन सबकी शुरुआत जिरगा से पहले होनी चाहिये जिससे
वहाँ पर उपस्थित सभी कबीलों को कुछ सफलता का आभास हो जाये। कोई शक? …बेशक सर। छह सदस्यों
की आवाज एक साथ कमरे मे गूंज गयी थी।
किंकर्तव्यविमूड़ अवस्था
मे नीलोफर ने पूछा… समीर, इस काम मे तुम्हारा मकसद क्या है? …डाईवर्जन और आगे चल कर
72 फिरकों के बीच फूट। अज्ञातवीर सुरक्षा एजेन्सियों का ध्यान भटकाने के लिये काम करेगी
और मै उन फिरको और तंजीमो के बीच खाई खोदने का काम करुँगा। मेरे निशाने पर सबसे पहले
शिया-सुन्नी के बीच की खाई को गहरा करने का उद्देश्य है। आईएसआई के दलाल की हत्या होगी
तो सुरक्षा एजेन्सियाँ उसके हत्यारों को पकड़ने के लिये आवाम पर जुल्म करेगी। हमे कोशिश
करके इसे शिया-सुन्नी के बीच वर्चस्व की लड़ाई दिखाने की जरुरत है। सभी मेरे चेहरे को
ताक रहे थे और मै कल होने वाली जनरल फैज की मीटिंग के बारे मे सोच रहा था।
जीएचक्यू, रावलपिंन्डी
जनरल फैज गुस्से मे
चहलकदमी करते हुए अपने अधिकारियों को फटकार रहा था। सभी सिर झुकाये खड़े हुए अगले निर्देश
का इंतजार कर रहे थे। …यह खबीस का बच्चा एंथनी वालकाट खुद को क्या समझ रहा है। साला
हम पर दबाव डाल रहा है। एक काम करो कल मीटिंग मे कैप्टेन जाहिद और लेफ्टीनेन्ट मोहसिन
हाजिर रहने के लिये कह देना। इसको पेशावर ले जाना और अपनी निगरानी मे उस लड़की को उसके हवाले कर देना। ख्याल रहे कि वह लड़की जिन्दा उनके हाथ नहीं आनी चाहिये।
ऐसा दिखना चाहिये कि किसी पश्तून तंजीम के अचानक हमले मे वह लड़की मारी गयी। इस बार
कोई गलती नहीं होनी चाहिये। कर्नल हमीद ने एड़ियाँ खड़का कर जल्दी से कहा… जी जनाब। सभी
को रुखसत करने के पश्चात जनरल फैज ने अपने मोबाईल पर किसी से कहा… अब उसको अपनी कैद
मे रखना नामुम्किन हो गया है। अमरीकनों को उसके बारे मे पता चल गया है। उसका मरना अब
जरुरी है। …जनाब, मुझे बस एक हफ्ते का समय और दे दिजिये। एक बार उसकी बहन और बच्चा
मेरे हाथ लग गया तो उसकी मुझे कोई जरुरत नहीं रहेगी। फिर वह मर भी गयी तो भी वह कंपनी
हमारे हाथ मे आ जायेगी। एक पल रुक कर जनरल फैज ने कहा… जमाल, तुम्हारे पास बस एक हफ्ता
और है। तब तक अपने यहाँ के सारे निशान मिटा कर बाकू का आप्रेशन संभाल लेना। …जी जनाब।
…हार्ड करेन्सी की
क्या हालत है? …जबसे नोटबन्दी हुई है तभी से फेला रु पेपरवर्क्स अमरीकी डालर के कागज
मुहैया करा रही है। अब सारी मशीने डालर छापने का काम कर रही है। नये हिन्दुस्तानी रुपयों
के बारे मे उनसे बात नहीं हो सकी है परन्तु हमारे पास अमरीकी डालर का काफी स्टाक हो
गया है। …इस वक्त यहाँ पर नगदी की काफी किल्लत हो गयी है। …जी जनाब। …तुम अभी यहाँ
का रुख मत करना। सीआईए के आने से मामला काफी पेचीदा हो गया है। …जी जनाब। बस इतनी बात
करके जनरल फैज ने फोन काट दिया था।