सोमवार, 28 जनवरी 2019

जंग, मोहब्ब्त और धोखा


जंग, मोहब्ब्त और धोखा



धरती पर स्थित इस नर्क में आये हुए एक साल बीत चुका था। शहर के बाहरी इलाकों मे दिन का तापमान साठ डिग्री से उपर पहुँचना एक रोजमर्रा की बात सी हो गयी थी। आज तक मैने यही सुना था की नर्क में पापी आत्माओं को गर्म कड़ाहे मे रख कर भूना जाता था। मै अपने जीवनकाल मे ही इस यातना को भोग रहा था। वैसे तो मुझे मेरे आफिस मे सारी सुख सुविधा उपलब्ध थी लेकिन मेरे काम के कारण मेरा ज्यादा समय बाहर ही निकलता था। आज भी अपनी सुरक्षा चौकियों के निरीक्षण करने के कारण मै अपने आफिस से बाहर निकला हुआ था। मेरी बख्तरबंद जीप एक तवे की भांति धधक रही थी। मेरी युनीफार्म भी अब तक पसीने से बुरी तरह भीग चुकी थी। दूर-दूर तक सिर्फ रेत के टीले ही दिखाई दे रहे थे। …जनाब, अगला पड़ाव आने वाला है। मेरी जीप के उपर लगी हुई मशीनगन पर तैनात मे लाँस नायक सुच्चा सिंह की आवाज मेरे कानों मे पड़ी तो मेरा ध्यान इस नर्क से हट कर अपनी जिम्मेदारी की ओर चला गया। मैने अपने सिर पर लगी हुई नीली कैप को ठीक किया और फिर अपना ध्यान आने वाली चौकी के उपर लगा लिया।

…जनाब, इन लोगों ने जीना दूभर कर रखा है। न तो यह चैन से रहते है और न ही हमें चैन से रहने देते है। मेरे साथ बैठे हुए चालक ने जीप को सड़क से उतार कर रेत पर डालने से पहले फोर-व्हील को लगाते हुए धीरे से कहा। वह शायद अपने-आप से बात कर रहा था लेकिन इस जीप मे बैठे हुए हरेक इंसान की मन की बात बोल रहा था। …हवलदार, हम यहाँ पर है तो इसीलिए शांति है। हम न हो तो यह लोग एक दूसरे को मारने से बाज नहीं आएंगें। अपना ध्यान रेत पर लगाओ वर्ना अगर फँस गये तो पूरी रात यँही पर गुजारनी पड़ेगी। मेरा दिमाग अभी भी अपनी चौकी की ओर लगा हुआ था। पिछ्ली रात को चौकी ने वायरलैस पर सूचना दी थी कि फुजैइराह के बार्डर पर कुछ हथियारबंद लोगों का जमावड़ा देखा गया था। ऐसा लग रहा था कि वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश करने जा रहे है। इसी कारणवश आज मै इस ओर निरीक्षण के लिए आया था। …हवलदार, एक बार फिर से उस चौकी को वायरलैस पर लेने की कोशिश करो। मेरे साथ बैठा हवलदार एक बार फिर से वायरलैस पर जुट गया। आज सुबह से हमने बहुत बार उनके साथ वायरलैस पर बात करने की कोशिश की थी लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाया था। किसी अनहोनी की आशंका ने मेरे जहन को विचलित कर रखा था।

बार्डर पर रोजाना की छुटपुट घटनाओं के कारण वैसे ही पूरा मध्य एशिया युद्ध के कगार पर खड़ा हुआ था। एक ओर आईसिस के आतंकवादी आत्मघाती हमलों से बाज नहीं आ रहे थे और दूसरी ओर इरान की फौज कुछ भी कर गुजरने को सदैव तत्पर थी। सीरिया और यमन मे आग लगी हुई थी जहां अमरीकी और रुसी फौज आये दिन यमन के मासूम लोगों को बचाने के लिए एक दूसरे पर छिप कर वार कर रहे थे। भारी मात्रा मे वहाँ के नागरिक युरोप की ओर पलायन करने मे लगे हुए थे। इन्ही सबके बीच साऊदी अरब अपने पैसों के बल पर इस्लाम धर्म के वहाबी स्वरूप को फैलाने के लिए भाड़े के सैनिकों के द्वारा अपने पड़ौसी देशों मे उथल-पुथल मचाने की कोशिश कर रहा था। एक छोटी सी चिंगारी पूरे मध्य एशिया को युद्ध मे झोंकने के लिए काफी थी। भारतीय सेना को इन सबके बीच मे संयुक्त राष्ट्र संघ की शन्ति सेना की कमान दे कर भेजा गया था। एक अंग्रेज जनरल पीटर मोर्गन यहाँ पर स्थित संयुक्त सेना का चीफ कमांडिंग आफीसर था। उसने संयुक्त सेना को अकारण हथियार न चलाने की हिदायत दे रखी थी। हमारी हालत ऐसी थी कि एक तरफ कुआं था और दूसरी ओर खाई और हमारे सैनिकों को यह समझ नहीं आ रहा था कि हथियारबंद विपक्ष से कैसे शांति के साथ पेश आये।

…जनाब, चौकी आ गयी है। मेरा भटका हुआ ध्यान एक बार के लिए फिर से अपनी अगली कार्यवाही पर केन्द्रित हो गया। हमारी चौकी पचास मीटर की दूरी पर साफ दिख रही थी। रेगिस्तान के एक ऊँचे से टीले पर पत्थरों से बना हुआ छोटा सा कमरा जिसके चारों ओर लोहें के कटीले तारों की बाढ़ लगी हुई थी। चारों ओर शांति छायी हुई थी लेकिन वहाँ पर तैनात एक भी सैनिक मुझे नजर नहीं आ रहा था। सावधानीवश मैनें कहायहीं जीप रोक दो। सुच्चा सिंह चौकी पर नजर बनाए रखना। मै अपने दो साथियों के साथ वहाँ के हालात का जायजा लेने के लिए जा रहा हूँ। तब तक फायर मत करना जब तक कोई वहाँ से फायर न करे। इतना कह कर मैने अपनी स्वचलित एम-17 उठाई और जीप से बाहर छलांग लगा कर रेत पर रोल करते हुए अपने आप को सुरक्षित किया। मेरे पीछे-पीछे हवलदार हमीद और गनर मनिक लाल भी आ गये थे। दोपहरी मे तपती हुई रेत पर रेंगते हुए किसी तरह हमने पचास मीटर की दूरी जैसे-तैसे तय की थी कि तभी हम पर चौकी की ओर से मशीनगन से किसी ने फायर कर दिया। मशीनगन की आवाज सुनते ही अपने आप को बचाने के लिए मै रेत पर एक ओर लोट लगा कर बच गया लेकिन मेरे पीछे रेंगते हुए गनर मानिक लाल अपने आप को बचा नहीं सका और वहीं ढेर हो गयापीली बालू पर उसके बहते हुए खून को देख कर एक पल के लिए मै रुक गया लेकिन मौत सिर पर मंडराती हुई देख कर मै कोहनी के बल पर रेंगते हुए आगे बढ़ गया। सुच्चा सिंह ने पूरी मुस्तैदी से चौकी की दिशा मे जवाबी फायरिंग आरंभ कर दी थी। मैने मुड़ कर हमीद को चौकी के पीछे निकलने का इशारा किया और मै फायरिंग दिशा से बचते हुए आगे बढ़ता चला गया। मेरी मानसिक स्थिति उस समय शांति स्थापना के बजाय अपने साथी की मौत का बदला लेने के लिए बनी हुई थी।

मैने चौकी की खिड़की का निशाना बनाते हुए एक ग्रेनेड उछाल दिया। सटीक निशाना था। एक धमाका हुआ और चौकी की छत हवा मे उड़ गयी। मैने अपनी एम-17 को उठाया और तेजी से अन्दर दाखिल हो गया। अन्दर का नजारा देख कर मेरा दिमाग एक पल के लिए सन्न रह गया था। हमारे आठ सैनिकों की टुकड़ी इस चौकी पर तैनात थी उनमे से चार सैनिकों की क्षतविक्षित लाशें एक कोने पड़ी हुई थी। एक किनारे मे एक सैनिक का कटा हुआ सर राईफल के बेयनेट पर फँसा कर रखा हुआ था। किसी ने बड़ी बर्बर्ता से उको मौत के घाट उतार दिया था। सिरविहीन उस सैनिक की लाश एक ओर पड़ी हुई थी। वह दृश्य देख कर एक पल के लिए मेरा जिस्म पथरा कर रह गया था। मैने अपनी नजर आसपास दौड़ायी लेकिन लगभग पूरी चौकी तहस-नहस हालत मे पड़ी हुई थी। शायद ग्रेनेड के विस्फोट के कारण अन्दर का नजारा ऐसा हो गया था।

मेरी नजर जमीन पर पड़े धूल और खून से अटे दो इंसानों पर पड़ी जिसमे से एक व्यक्ति कराह रहा था। गौर से देखने पर मुझे आभास हुआ कि एक अरब वेशभूषा मे आदमी धूल मे अटा हुआ एक ओर पड़ा था। उसी से कुछ दूरी पर हिजाब ओढ़े एक औरत खून मे लथपथ मशीनगन के नजदीक पड़ी हुई थी। अपने बचे हुए तीन सैनिक मुझे कहीं भी नजर नहीं आ रहे थे। धूल से अटे हुए माहौल मे चन्द ही मिनट मे पूरी जगह का जायज़ा ले चुका था। तभी मेरी नजर हमीद पर पड़ी जो बेहद सावधानी से चौकी के पिछले हिस्से मे कमरे मे प्रवेश कर रहा था। …आल क्लीयर। मेरी आवाज सुनते ही हमीद तेजी से अन्दर आ गया और मेरा इशारा देखते ही जमीन पर पड़ी हुई औरत को जाँचने मे लग गया। वह शायद अपनी आखिरी साँसे ले रही थी। मै अपने बचे हुए सैनिकों को देखने के लिए चौकी के दूसरे हिस्से की ओर चला गया था।

फुजैईराह बार्डर

उसी समय बार्डर से कुछ मील अन्दर रेगिस्तान मे कुछ कबाईली गहन वार्ता मे डूबे हुए हुए थे। एक वृद्ध सामने एकत्रित जवानों को समझाने की कोशिश कर रहा था।उनकी चौकी पर आक्रमण करके तुमने अच्छा नहीं किया। अब वह भी चुप नहीं बैठेगें।अब्बाजान, हम भी तैयार है। यह लड़ाई आज की नहीं है। अमीरात ने हमारी जगह पर नाजायज़ कब्जा कर रखा है। जब अंग्रेज इस जगह को छोड़ कर गये थे तब यह हिस्सा हमारा था। साउदी शाह आलम ने उन अमीरों के साथ संधि करते हुए साफ कहा था कि वह हिस्सा हमारा है। परन्तु अमीरों ने तेल के लालच मे अमरीका की मदद से हमसे हमारा हक छीन लिया और अब वह हमारे तेल के मुनाफे से वहाँ के सात अमीर अपनी ऐयाशियों पर लुटा रहे है।बेटा तुम सही कह रहे हो। परन्तु हमारी जंग उन सैनिकों से नहीं है। हमारी जंग उन सात अमीरों से है। मुझे साऊदी शाह ने भरोसा दिलाया है कि वह अमीरात के सातों अमीरों के खिलाफ जल्द ही कार्यवाही करेगा।अब्बाजान आप अपनी सपने की दुनिया से बाहर कब आएँगें। ऐसा कुछ नहीं होने वाला क्योंकि पिछ्ले पचास सालों से साऊदी शेख ने आपको इसी बात का दिलासा दिया है। जब आज तक खाड़ी के देश यहूदियों के कब्जे से फिलीस्तीन को नहीं बना सके तो क्या आप सोचते है कि यह लोग हमारा हक दिलवाएँगें। सारे बैठे हुए लोगों ने उस युवक के तर्क का समर्थन किया।

बहुत देर से एक अंग्रेज सा दिखने वाला व्यक्ति कबाईली वेशभूषा मे उनके बीच चुपचाप सबकी बात सुन रहा था। वह उठ कर खड़ा हुआ तो सारे शान्त हो गये। बिरादर, अब हमे साउदियों की ओर देखने की कोई जरूरत नहीं है। मेरी सरकार और हमारे मित्र देशों ने अबकी बार इस लड़ाई के लिए पैसों और हथियारों से मदद करने का वायदा किया है। आप अपनी इस मुहिम के लिए भारी संख्या मे युवाओं को एकत्रित किजीए और मै आपको यकीन दिलाता हूँ एक दिन इस जगह पर आपका शासन होगा। जिस दुबई, अबु धाबी, शारजाह व अन्य शहरों के वैभव को देख कर यह अमीर इठलाते है, वह दिन दूर नहीं कि हम उन्ही शहरों को इनकी कब्रगाह मे तब्दील कर देंगें। उनके तेल के कुएँ ही उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है। हम उनकी इसी कमजोरी का फायदा उठाऐंगें और देखिएगा कि वह सात चूहे कितनी जल्दी इस जगह को छोड़ कर यहाँ से भाग खड़े होंगें। वह वृद्ध हताश सा हो कर एक ओर बैठ गया। वह समझ चुका था कि अब उसकी कोई बात इन युवाओं के समझ मे नहीं आने वाली थी।

साउदी अरब

उसी समय जेद्दाह की आलीशान इमारत मे कुछ शेखों के बीच कतर के अमीर के खिलाफ एक चर्चा चल रही थी। कतर का अमीर इबने बशीर उल तवाकुल ने कल ही इरान के साथ एक तेल के उत्पादन पर एक समझौता किया है। वह अब हमे खुले रूप से चुनौती देने पर अमादा है। हमें जल्द से जल्द कुछ करना पड़ेगा वर्ना खाड़ी के अन्दर हमारे खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो जाएगी। जनाब आप ही साऊदी सरकार से बात किजिए और कतर के खिलाफ पाबन्दी लगवाईए।यह करना इतना आसान नहीं है। कतर भी कुवैत की तरह अमरीका का पिठ्ठू राष्ट्र है। क्या अमरीका इस बात के लिए राजी होगा? …जनाबे आला अगर आप चाहे तो क्या कुछ नहीं हो सकता। अमरीका को बस इतना विश्वास दिलाने की जरूरत है कि कतर के अमीर ने रूस के साथ कोई सैन्य समझौता किया है। उसके बाद अगर साऊदी फौज आगे बढ़ कर कतर पर कब्जा कर लेगी तब भी अमरीका कुछ नहीं बोलेगा। उनमे बैठे हुए एक वृद्ध से शेख ने सबकी बात काटते हुए कहाआप लोग बहुत समझदार लोग है। लेकिन फिलहाल नये नियुक्त प्रिंस अभी अपनी जगह को मजबूत करने मे लगे हुए है। शाह आलम बिना उसकी मर्जी के कुछ नहीं करने वाले। मेरी राय है कि हमें कुछ दिन शान्त रहना चाहिए। मै सीआईए के डायरेक्टर कोहेन से बात करता हुँ कि वह कोई ऐसी कार्यवाही करने के लिए युक्ति निकाले। अगर अमरीकी राष्ट्रपति अपने शाह आलम पर दबाव बनाता है तो फिर कतर के खिलाफ कार्यवाही करने मे किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी। सभी ने मिल कर उस वृद्ध का समर्थन किया और फिर बैठक बर्खास्त हो गयी।

वह वृद्ध शेख और कोई नहीं साऊदी शाह आलम का चीफ आफ इन्टेलीजेन्स अबक्र उल सुलेमान था। वह शाह आलम की खाला का लड़का था और दूर के रिश्ते से शाह आलम का साला लगता था। उसकी राज घराने मे अच्छी पकड़ थी। अल बक्र ने इमारत के बाहर निकलते ही अपने मोबाईल से किसी का नम्बर मिलायाजनाब अल बक्र बोल रहा हूँ। आज आपके खिलाफ कुछ मंत्रियों की बैठक हुई है। वह आपके खिलाफ साउद घराने को कार्यवाही करने की पुरजोर कोशिश मे लगे हुए है। शाह आलम के कहने पर मै आज इस बैठक मे सम्मिलित हुआ था। अभी के लिए तो मैने उन्हें टाल दिया है लेकिन लगता है कि नये प्रिंस ने उनको शह दी है। अपने अमरीकी संबंध को तुरन्त मजबूत किजिए। इतना बोल कर उसने अपना फोन काट दिया। अल बक्र जल्दी से सामने खड़ी हुई लम्बी सी काली कार में बैठ गया और जल्द ही अपने गंतव्य दिशा की ओर चल दिया।

एक व्यक्ति जो अभी तक उस आलीशान इमारत के गेट के पास खड़ा हुआ अली बक्र को जाते हुए देख कर अपने मोबाईल से किसी व्यक्ति से संपर्क स्थापित कियाजनाब, अली बक्र निकल चुका है। आज की बैठक मे कतर के खिलाफ कार्यवाही को अली बक्र ने अपने हाथ मे ले लिया है। उसका कहना है कि वह सीआईए की मदद लेकर शाह आलम पर दबाव बनाएगा कि वह कतर के खिलाफ कार्यवाही करे। जनाब, मुझे नहीं लगता कि वह इसके बारे मे कुछ करने वाला है। बाहर निकलते ही उसने किसी को फोन किया था। मेरे लिए कोई नयी हिदायत? दूसरी ओर से किसी ने कहाअली बक्र पर नजर रखो और मुझे उसके पल-पल की सूचना दो।जी जनाब। इतना बोल कर दूसरी ओर से उसने लाइन काट दी। वह व्यक्ति तेजी से एक कार जिस पर साऊदी सरकार का शाही चिन्ह लगा हुआ था उसकी ओर बढ़ गया और उसमे बैठ कर अली बक्र की दिशा की ओर चल दिया।

मध्य एशिया का सीआईए स्टेशन चीफ माइक बर्न रियाध स्थित अमरीकन ऐम्बैसी के एक कमरे मे बैठ कर अपने साथियों से बातचीत कर रहा था।अमीरात से क्या खबर है? …सर, वहाँ का अमीर अपनी सीमाओं को लेकर काफी चिंतित है। साउदी अरब की मदद से वह अभी तक हालात को काबू मे रखे हुए है लेकिन बार्डर पर लगातार हालात खराब होते जा रहे है। माइक बर्न कुछ देर तक उनकी चुपचाप सुनता रहा और फिर एकाएक अपनी मेज थपथपा कर बोलामेरे पास सूचना आई है कि साउदी प्रिंस किसी बड़े षड्यंत्र को रचने मे लगा हुआ है। उसका टार्गेट कतर लग रहा है। मेरा अनुमान है कि वह सद्दाम हुसैन की भाँति कतर को आगे चल कर अपने कब्जे मे लेने की सोच रहा है। जब से तेल की कीमतों मे गिरावट आयी है तभी से वह कतर के तेल पर अपनी निगाहें जमाए हुए है। कतर के अमीर ने मुझे आज ही इस बात से आगाह किया है। मै चाहता हूँ कि तुम लोग साउद घराने मे अपने पिठ्ठुओं से फौरन संपर्क स्थापित करके इस बात की पुष्टि करवाईए। …लेकिन सर? …फिलहाल के लिए अमीरात को जलने दो क्योंकि जब आग उन अमीरों के घर तक पहुँचेगी तभी वह हमसे मदद की याचना करेंगें।सर, संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना इस काम मे रोड़े अटकाएगी। माइक बर्न ने एक ठहाका लगाया और फिर मुस्कुरा कर बोलाउनकी चिन्ता छोड़ो। हमारे लिए उनका यहाँ होना बेहद फायदेमंद है। उनके सैनिकों की मौत हमें हमारे लक्ष्य के निकट ला रही है। खबर मिली है कि कल रात एक फिदायीन हमले मे उनके कुछ सैनिक मारे गये हैइस वक्त उनकी सेना का मनोबल टूटता हुआ लग रहा है। हमें बस सही मौके ताक मे लगे रहना चाहिए लेकिन साउदी प्रिंस के उपर अंकुश लगाना भी जरूरी होता जा रहा है। वह अपनी बेवकूफी के कारण हमें इस युद्ध की अग्नि मे न झोंक दे। उसके हर कदम पर नजर रखने की जरूरत है।सर, खबर आ रही है कि अमीरात के अमीर ने फ्रांस के साथ सैन्य संधि पर हस्ताक्षर करने का मन बना लिया है।हाँ, इसी कारणवश तो हमारी मदद से उनकी सीमाओं मे अराजकता फैली हुई है। ध्यान रहे कि अभी हमें सिर्फ दूर से उन छोटे-छोटे समूहों की मदद करनी है। माइक बर्न अपनी जगह से एकाएक उठ कर बोलाठीक है आप सब अपने-अपने कामों मे लग जाईए और वहाँ होने वाली हर घटना पर नजर रखिए। सब लोग धीरे-धीरे उठ कर बाहर निकल गये तब माइक बर्न ने हाट लाइन पर पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट सीआईए के डायरेक्टर कोहेन को देने मे जुट गया।

अबु धाबी     

उसी समय मै अपने कमांडिंग अफसर के कमरे मे खड़ा हुआ था।उस चौकी पर हमारे आठ सैनिकों की निर्मम हत्या की गयी है। मेरा गनर रेड के दौरान मारा गया। अब हमारे लिए उस क्षेत्र मे बिना सैन्य कार्यवाही के शांति रखना नामुम्किन हो गया है। मारा गया आदमी उज्बेक था और उसके साथ मारी गयी एक फिलीस्तीनी महिला थी। मुझे लगता है कि दो आतंकवादी पूरी चौकी को कब्जे मे नहीं ले सकते थे। आखिरी रिपोर्ट के आधार पर कल रात बार्डर के उस पार काबाईलियों का जमावड़ा देखा गया था। मेरा अनुमान है कि चौकी पर उन्होंने हमला किया होगा और सबको मारने के बाद उन दोनों को चौकी सौंप कर उनके साथी वापिस बार्डर के पार कर चले गये होंगे। जनरल मोर्गन की भाव भंगिमा पर हल्की सी शिकन दिखाई नहीं दे रही थी। वह चुपचाप मेरी बात सुन कर बोलेहम शांति सेना है और कुछ नहीं। सैन्य कार्यवाही की इजाजत नहीं दी जा सकती। जो लोग मारे गये है उनके लिए मुझे अफसोस है लेकिन हम इससे ज्यादा कुछ नहीं जर सकते। मेजर आप खुशकिस्मत हो कि आपके और आपके साथियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी। आपने बिना मुझसे पूछे चौकी पर कब्जा करने की कोशिश क्यों की थी? मेरी ओर देखे बिना उसने कहामेजर अब आप जा सकते है। उसका जवाब सुन कर एक पल के लिए मेरे तनबदन मे आग सी लग गयी थी।

सर मुझे कुछ पूछने की इजाजत दी जाए। जनरल मोर्गन ने मेज पर अपना ध्यान हटा कर अपनी पीठ को कुर्सी का सहारा लेते हुए मेरी ओर देखते हुए कहाहाँ बोलो मै सुन रहा हूँ।सर, क्या आपने कभी कोम्बेट आप्रेशन्स मे हिस्सा लिया है? एक पल के लिए वह मुझे घूरता रहा और फिर कड़कती हुई आवाज मे बोलाक्या बकते हो? अचानक उसके चेहरे पर बनी हुई बनावटी सौमय्ता गायब हो चुकी थी और उसकी जगह क्रोध झलक रहा था।सर, जब अपने साथी बेवजह मारे जाते है तो कुछ ऐसा ही क्रोध मै भी महसूस करता हूँ। यह लड़ाई न मेरी है न आपकी। फिर भी हमारे लोग व्यर्थ मे मारे जा रहे है। मुझे समझ मे नहीं आ रहा कि हम यहाँ पर क्या कर रहे है। पल भर मे ही वही बनावटी सौम्यता उसके चेहरे पर वापिस आ गयी थी। मै जानता हूँ कि तुम इस वक्त कैसा महसूस कर रहे हो। हम लोग एक ऐसे झंडे के तले काम कर रहे है जिसके उपर 182 राष्ट्र का विश्वास है। यह हमला तुम पर नहीं हुआ है बल्कि उन 182 राष्ट्रों पर किया गया जिसने शांति स्थापित करने के लिए तुम्हे और मुझे यहाँ पर भेजा है। इसीलिए हमारा फर्ज है कि हम उनके विश्वास को बर्करार रखे। मै जाने के लिए मुड़ा ही था कि जनरल मोर्गन अपनी कुर्सी छोड़ कर खड़ा हो गया।

वह धीरे से कदम बड़ाते हुए मेरी ओर आते हुए कहायह सारा फसाद तेल के लिए हो रहा है। कोई अपने हक के लिए लड़ रहा है और कोई तेल पर अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए लड़ रहा है। कुछ लोग ज्यादा मुनाफे के लिए आग भड़काने पर तुले हुए है और कुछ उस मुनाफे मे अपनी हिस्सदारी के लिए उस आग को हवा दे रहे है। संयुक्त अरब अमीरात सात अमीरातों का समूह है। अबू धाबी, अजमान, दुबईफुजाइराह, रस अल-खैमाय, शारजाह और उम्म अल-क्युवैइन मिल कर संयुक्त अरब अमीरात बनाते है। यह क्षेत्र दुनिया मे तेल के भंडार का छ्ठा सबसे बड़ा स्त्रोत है। इस क्षेत्र पर सात अमीरों का साझा कब्जा है लेकिन हर अमीर अपने लालच के चलते दूसरे अमीरों के खिलाफ षड़यंत्र रच रहा है। अपनी जान और माल को बचाने के लिए वह ताकतवर देशों के हाथों की कठपुतली बना हुआ है। जब तक साझा कार्यक्रम उनको मुनाफा मे हिस्सा दे रहा है तब तक वह एक समूह की तरह बने हुए है लेकिन जिस दिन उन्हें लगा कि अलग रह कर वह ज्यादा मुनाफा कमा सकते है उसी दिन वह खुद ही इस समूह का अन्त कर देंगें। दूसरी ओर समूह की वजह से उनके पड़ौसी देशों के सीने पर साँप लोट रहा है क्योंकि मध्य एशिया मे उनकी ताकत समूह की ताकत के सामने कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है। इसी लिए वह इस क्षेत्र मे अराजकता फैलाने के लिए वह लोग तत्पर है। अफसोस की बात है कि अंग्रेजी हुकूमत से आजाद होने के बाद भी यह पूरा क्षेत्र फिर से कबाईलियों के हाथ मे चला गया है। वह चाहे कितने ही पैसे वाले बन जाए या कितनी भी तरक्की कर ले लेकिन अपने डीएनए को तो नहीं बदल सकते। उनका स्वभाव ही ऐसा है कि वह सिर्फ तलवार के जोर पर भरोसा करते है। शायद दुनिया यह बात जानती है और इसीलिए यहाँ पर दुनिया हमारी जरूरत महसूस करती है।

मेरे कन्धे पर पहली बार हाथ मारते हुए जनरल मोर्गन एक पल के लिए भूल गये थे कि वह अपने स्टाफ आफीसर से बात कर रहे थे।माई बोय, मेरे कन्धों ने न जाने कितने साथियों का बोझ उठाया है। अपने आप को इससे भी बड़ी जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार कर लो। मै उनकी बात सुन कर एक पल के लिए अपनी जगह पर हतप्रभ सा खड़ा रह गया था।मुझे खबर मिली है कि आईसिस के लोग उम्म अल-क्युवैइन के बार्डर पर कुछ उत्पात मचाने की योजना बना रहे है। अपनी चौकी पर सावधान रहने की खबर कर दो और कल सुबह तुम वहाँ की चौकी का निरीक्षण करने के लिए निकल जाओ।सर, अगर वहाँ के हालात भी वैसे ही मिले उस स्थिति मे चौकी को अपने कब्जे मे लेना है कि नहीं? मेरा सवाल सुन कर वह एक पल के लिए मुस्कुराये और फिर मेरे कन्धे पर हाथ मार कर बोलेमेजर कोशिश करना कि ग्रेनेड का इस्तेमाल न हो लेकिन अगर लगे कि उसके बिना काम नहीं चल सकता तब उस हालत में वही करना जो तुम ठीक समझते हो। इतना कह कर वह मुझे वहीं छोड़ कर बाहर निकल गये। मै अपने सीने पर अपने खोये हुए साथियों का बोझ उठाये धीमे कदमों से चलता हुआ अपने आफिस की ओर चल दिया।

अगली सुबह अपने आप को कोसते हुए उसी नर्क मे एक बार फिर से झुलसता हुआ उम्म अल-क्युवैइन स्तिथ चौकी के निरीक्षण के लिए निकल गया था। वही रेत के टीले, वही आँखें चुंधिया देने वाली रौशनी और झुलसाती हुई गर्मी मे मेरी नीले रंग की बख्तरबंद जीप सड़क पर दौड़ रही थी। हमेशा की तरह मेरी युनीफार्म पसीने से भीग चुकी थी। यही हाल जीप मे सवार सभी का हो गया था। आज भी सुच्चा सिंह मशीनगन पर पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात था लेकिन कुछ नये साथी मेरे पीछे की सीट पर बैठे हुए थे। दो दिन पहले की घटना के कारण सभी के चेहरों पर तनाव साफ विदित हो रहा था। हम सभी जीतेजी इस नर्क को भोगने के लिए बाध्य थे। 


सेन्ट्र्ल इन्टेलीजेन्स एजेन्सी


सी.आई.

1950

किसी अज्ञात जगह पर अमरीका के पाँच अति विशिष्ट व्यक्ति किसी गहन समस्या पर विचार विमर्श कर रहे थे। …महायुद्ध के अंत के बाद दुनिया का नक्शा बदल गया है। साम्यवाद आँधी की तरह पूरे विश्व मे फैलता चला जा रहा है। अगर हमने जल्दी इसके बारे मे कुछ नहीं किया तो यकीनन आने वाले समय मे यह हमारे राष्ट्र के लिए बहुत बड़ा खतरा बन जाएगा। बीच मे बात को काटते हुए एक भारी भरकम व्यक्ति ने अपने मुँह से सिगार का धुँआ उगलते हुए कहा… सामरिक दृष्टि मे सीआईए को अपनी कार्यशैली मे बदलाव लाने की जरूरत है। सीआईए का गठन सोवियत संघ पर नजर रखने के लिए किया गया था लेकिन जिस तरह से केजीबी ने हाल ही मे स्वाधीन हुए छोटे-छोटे राष्ट्रों पर अपनी पकड़ मजबूत करनी शुरू कर दी है। वहाँ के बदलते हुए हालात के बारे मे सीआईए बिल्कुल नाकामयाब रहा है। उसकी बात सुन कर बैठे हुए सभी लोगों ने धीरे से गरदन हिला कर हामी भर दी।

एक व्यक्ति जो अभी तक सारी चर्चा चुपचाप सुन रहा था उसने बीच मे टोकते हुए कहा… मै तीन साल से लगातार आप लोगों से कह रहा हूँ कि हमें साम्यवाद की खिलाफत के लिए कुछ ठोस कदम लेने पड़ेंगें। एक ओर हमारे सामने सोवियत संघ है और दूसरी ओर लाल चीन है। दोंनों देश हमारी विचारधारा के सबसे बड़े दुश्मन है लेकिन जिस तेजी से साम्यवाद नये राष्ट्रों मे अपनी पकड़ बना रहा है उससे आने वाले समय मे अमरीका सबसे अलग-थलग पड़ जाएगा। वह एक पल के लिए शान्त हो सभी का चेहरा देखने लगा। तभी बुजुर्ग से दिखने वाले व्यक्ति ने कहा… एडमिरल आज की बैठक सिर्फ आपके लिए बुलायी गयी है। आप बेफिक्र हो कर बताईए हम सुन रहे है।

उस व्यक्ति ने एक नजर सबके चेहरों पर डाली और फिर बोला… मेरे विचार से सीआईए की कार्यप्रणाली मे भारी बदलाव करने की जरूरत है। सीआईए का सिर्फ एक ही ध्येय होना चाहिए कि विदेश मे अमरीकी हितों की रक्षा कैसे की जाए। जिन राष्ट्रों मे साम्यवाद ने अपनी जड़े मजबूत कर ली है उन्हीं राष्ट्रों मे वहीं के नागरिकों के द्वारा साम्यवाद के खिलाफ आवाज बुलन्द करवानी चाहिए। …एडमिरल यह कैसे मुमकिन हो सकता है। दूसरे देश के आंतरिक मामलों मे भला अमरीका कैसे दखल दे सकता है। हमारी कांग्रेस को ऐसी किसी कार्ययोजना की हल्की सी भनक भी लग गयी तो वह दिन हमारे एड्मिनिस्ट्रेशन का अंतिम दिन होगा। …मिस्टर प्रेसीडेन्ट बहुत सोच विचार करने के बाद मै इस नतीजे पर पहुँचा हूँ कि इस काम को अंजाम देने के लिए हमें कई मुखौटे लगानेड़ेंगें। जापान मे मार्शल प्लान पर काम करने के दौरान मै इस नतीजे पर पहुँचा हूँ कि अमरीकी डालर मे वह शक्ति है जो दुनिया के बड़े से बड़े हथियार मे नहीं है।

एकाएक जिस बुजुर्ग को उसने राष्ट्रपति के नाम से सम्बोधन किया था उसने बीच मे बात काटते हुए कहाएडमिरल अभी कुछ दिन पहले विदेश मंत्रालय ने खबर दी है कि दक्षिण-पूर्व एशिया मे केजीबी ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। फिलीपींस के राष्ट्रपति की ओर से खबर आयी है कि वह अगले साल से अपने बन्दरगाहों को हमें इस्तेमाल नहीं करने देंगें। सभी जानते है कि केजीबी के दबाव के कारण यह निर्णय लिया गया है। अगर ऐसे हालात हो गये तो अमरीका का दबदबा प्रशान्त महासागर मे लगभग समाप्त हो जाएगा। क्या आपके पास इसके लिए कोई युक्ति है? एक बार फिर से सभी का ध्यान उस व्यक्ति की ओर चला गया। एक पल के लिए एडमिरल कुछ बोलने से झिझका लेकिन फिर बोला… मिस्टर प्रेसीडेन्ट फिलीपींस मे आम चुनाव तीन साल मे होंने वाले है। मुझे बस एक मिलियन डालर चाहिए। मै आपको यकीन दिला सकता हूँ कि उस आम चुनाव मे हमारा आदमी फिलीपींस के राष्ट्रपति पद पर आसीन होगा।

एक पल के लिए कमरे मे अचानक तूफान सा आ गया। सभी ने एक साथ ही बोलना शुरू कर दिया। तभी अमरीका के राष्ट्रपति की आवाज तेज हो गयी… एडमिरल क्या मजाक करने के लिए यह मीटिंग बुलायी गयी है। राष्ट्रपति की तेज आवाज को सुन कर सभी चुप हो गये। सीआईए के डायरेक्टर ने कहा… मिस्टर प्रेसीडेन्ट मै जानता हूँ कि मेरी बात को अभी सब लोग मज़ाक समझेंगें लेकिन मेरा यकीन किजीए कि यह किया जा सकता है। बस जरूरत है कि सीआईए की कार्यप्रणाली मे कुछ बदलाव किये जाए। अमरीका के राष्ट्रपति ने एडमिरल को घूरते हुए कहा… एक मिलियन डालर हमारी सरकार के लिए बेहद मामूली रक्म है। परन्तु अगर तख्ता पलटने मे नाकामयाब हो गये और वह डालर हमारे एडमिनिस्ट्रेशन तक किसी ने ट्रेस कर लिए तो यकीनन हम एक अंतरराष्ट्रीय मजाक बन कर रह जाएँगें। कांग्रेस हमारा जीना मुश्किल कर देगी।

तभी बहुत देर चुप बैठे हुए वित्त सचिव ने बीच मे हस्तक्षेप किया… मिस्टर प्रेसीडेन्ट एक मिलियन डालर सीआईए के बजट से निकालने के बजाय रक्षा मंत्रालय के बजट से दिया जा सकता है। इस कारण यह डालर हमारे एड्मिनिस्ट्रेशन तक ट्रेस नहीं हो सकेंगें। कुछ देर तक इसी मसले पर चर्चा चलती रही। सीआईए का निदेशक चुपचाप सारी बातों को सुनता रहा। अमरीकी राष्ट्रपति बीच-बीच मे अपने सहयोगियों से बात करते रहे लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुँच सके। काफी देर तक चर्चा करने के बाद एकाएक अमरीकी राष्ट्रपति ने सारी बातों को सिरे से खारिज़ करते हुए कहा… एडमिरल आपका इटली के मामले मे पास्ट रिकार्ड और अपने देश के हितों को ध्यान रखते हुए मै निर्णय लेता हूँ कि आपको एक मिलियन डालर रक्षा मंत्रालय के बजट से दिये जा रहे है। इस मामले मे अब हमारे बीच कोई बात नहीं होगी न ही इस मीटिंग का कभी जिक्र होगा। अगर आप जो कह रहे है उसे करने मे आप सफल हो गये तो मै वादा करता हूँ कि सीआईए के लिए जो ब्लूप्रिंट आपने तैयार किया है उसे लागू करने मे मै अपना पूरा सहयोग दूँगा। हाँ एक बात का ख्याल रखिएगा कि अगर आप इस काम मे असफल हो गये तो हमारे एड्मिनिस्ट्रेशन का इसमे कोई हाथ नही होगा और मै स्वयं ही आपको कांग्रेस के कुत्तों के सामने डाल दूँगा। सीआईए के निदेशक एड्मिरल स्किप ने बिना कुछ बोले बस अपनी गरदन हिला कर हामी भर दी। राष्ट्रपति के उठते ही मीटिंग बर्खास्त हो गयी और कुछ ही देर मे एड्मिरल स्किप कमरे मे अकेले रह गये।कुछ देर के बाद वह अपनी जगह से उठे और फोन पर किसी से कहा… हरी झंडी मिल गयी है। अपने काम पर लग जाओ।

1953

मनीला शहर मे आम चुनाव का नतीजा निकलते ही पूरे देश मे जश्न मनाया गया। पदासीन राष्ट्रपति को एक नौकरशाह रेमन मेगेसेसे के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ गया था। यह फिलीपींस के इतिहास मे पहली बार हुआ था कि एक इंसान जिसने पहले कभी सेनेट की शक्ल नहीं देखी थी वह सीधा राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया था। एक साल पहले ही उसने एक नयी पार्टी का गठन किया था और इतने कम समय मे उसकी पार्टी ने आम चुनाव मे इतनी पुरानी पार्टी को जड़ से उखाड़ कर फेंक दिया था। सभी राजनितिज्ञ और अंतरराष्ट्रीय विचारक हतप्रभ हो कर इस बदलाव को देख रहे थे। किसी ने नहीं सोचा था कि सरकार मे चुनाव के जरिए तख्ता पलट जाएगा। नये राष्ट्रपति का शपथ लेने के बाद सबसे पहला आदेश था कि साम्यवाद के बड़ते हुए प्रभाव को रोकने के लिए अमरीका की मदद जरूरी है। इसी लिए फिलीपींस के सभी बन्दरगाह अमरीका की सैन्य शक्ति के लिए दोबारा से खोले जाएँगें।

उसी वक्त व्हाइट हाउस मे अमरीका के राष्ट्रपति सीआईए के डायरेक्टर से मिल रहे थे। …एडमिरल कांग्रेच्युलेशन्स। जैसा आपने कहा था आपने कर दिखाया। अब हमारे एडमिनिस्ट्रेशन को कुछ करने की बारी है। सीआईए के लिए दिया गया ब्लूप्रिंट अब आप बेखौफ लागू किजीए। सेनेट के इसी सत्र मे सीआईए के बजट और कार्यशैली मे बदलाव के लिए नया अध्यादेश लाया जाएगा। सीआईए को भी रक्षा मंत्रालय जैसी कांग्रेस की जवाब-तलबी से छूट दी जाएगी। एड्मिरल स्किप ने राष्ट्रपति के चेहरे पर एक नजर डाली और फिर मुस्कुरा कर कहा… मिस्टर प्रेसीडेन्ट मै आपको यकीन दिलाता हूँ की आने वाले समय मे सीआईए अकेला ही पूरी दुनिया मे अमरीका के हितों की रक्षा के लिए सबसे धारदार हथियार साबित होगा। …एड्मिरल अब मुझे लगता है कि हम साम्यवाद को दुनिया के किसी भी कोने मे टक्कर देने मे पूरी तरह सक्षम हो जाएँगें। कुछ देर तक दोनों सीआईए के भविष्य मे काम करने की प्रणाली पर चर्चा करते रहे और फिर राष्ट्रपति ने एक नया मसला एड्मिरल के सामने रखते हुए कहा… जल्दी से जल्दी हमें जापान मे दखल देना पड़ेगा। …मिस्टर प्रेसीडेन्ट मै आपको यकीन दिलाता हूँ कि हम इस मसले का हल जल्द ही ढूँढ लेंगें परन्तु कैसे किया जाएगा और कब किया जाएगा इस जानकारी को आपके एडमिनिस्ट्रेशन को दूर रखना पड़ेगा।

अमरीका के राष्ट्रपति ने मुस्कुराते हुए कहा… एडमिरल आप ठीक कह रहे है। एडमिनिस्ट्रेशन बस आम खाए क्योंकि उसे पेड़ गिनने मे समय खराब नहीं करना चाहिए। …नहीं सर मेरा यह मतलब नहीं था। राजनीति और कूटनीति मे सब जायज़ है लेकिन जितने कम लोगों को इसकी जानकारी होगी उतना ही बेहतर रहेगा। कुछ देर के बाद इज़ाजत लेकर एड्मिरल व्हाइट हाउस के ओवल आफिस के बाहर निकल आये। बहुत दिनों के बाद उसके चेहरे पर खुशी दिखायी दे रही थी। सीआईए को जिस मुकाम पर ले जाने का वह सपना देख रहा था उसे पूरा होने का समय आ गया था। वह अपनी कार मे बैठा और अपने दफ़्तर की ओर चल दिया।

आखिरी कड़ी- निज़ामे-मुस्तफा


निज़ामे-मुस्तफा



कहीं यूरोप महाद्वीप के आखिरी सिरे पर मैं अकेला खड़ा हुआ उगते हुए सूर्य की किरणें को दूर क्षितिज पर शान्त सुमुद्र की लहरों के साथ अठखेलियाँ करता हुआ निहार रहा था। आज मुझे इस वीरानी में रहते हुए दो साल से ज्यादा बीत गये है लेकिन लगता है जैसे कल की हीं बात हो। लादेन को जिस दिन अमेरिकी फौज ने एब्बटाबाद में हलाक किया था उसी दिन से मेरे जीवन की दिशा बदल गयी थी। बड़ी मुश्किल से अपनी और अपने परिवार की जान बचाता हुआ न जाने कितने मील का सफर कर के मैं यहाँ पर पहुँचा था। एक हीं क्षण में मेरी जिंदगी की सारी कहानी मेरी खुली आँखों के सामने से गुजर गयी थी।

पिछले पाँच साल में कितना कुछ बदल गया था। ऐसा नहीं कि लादेन की मौत का बदला लेने के लिए अल कैदा और तालिबान मुझे मारने के लिए जुट गया था। उन्होंने तो मेरे खिलाफ सिर्फ फतवा ही जारी किया था लेकिन जिस देश की फौज के साथ मिल कर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में न जाने मैंने कितनी बार अपनी जान की बाजी लगायी थी आज उसी देश की सारी सुरक्षा एजेन्सियाँ मुझे मारने में जुट गयी थी। न जाने अमेरिकी सरकार ने मेरे ऊपर कितने जघन्य अपराधों के इल्जाम लगा कर रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया था। मेरे ऊपर हत्या के आरोप के साथ-साथ देशद्रोह और ड्रग स्मग्लिंग का भी चार्ज लगा दिया गया था। इन सब के पीछे वाशिंगटन के कुछ चुनिंदा बड़े पावर ब्रोकर्स का हाथ था जो अपने फायदे के लिए मुझे न्यूट्रिलाइज करने में जुट गये थे। हालात ऐसे पैदा हो गये थे कि स्टेट डिपार्टमेंट ने मुझे बियोन्ड सालवेज़ घोषित कर दिया गया था।

नार्थ केप की 300 फ़ीट उँची पहाड़ी पर खड़ा हुआ मैं अपनी पिछली जिंदगी के बारे सोच रहा था। आठ साल पहले इन्डियन एयरफोर्स का विंग कमांडर वीरेन्द्र सिंह राठौर एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीते जी मर गया था। उसकी जगह आमिर खान कुन्दुज के नये जीवन की शुरूआत अफगानिस्तान के पहाड़ों के बीचोंबीच गोल बोलाक नाम की जगह से हुई थी। हाँलाकि दोनों नाम एक हीं आदमी के थे लेकिन दोनों की जिन्दगियों में कितना जमीन आसमान का फर्क था। इन बीते हुए सालों में मैंने बहुत कुछ खोया लेकिन उससे कहीं ज्यादा पाया भी था। इस नयी जिंदगी में मेरे बहुत सारे दुश्मन बन गये थे परंतु उनसे कहीं ज्यादा मेरे घनिष्ठ दोस्त बन गये थे। अपने भारतीय स्वरूप को पूरी तरह भुला कर अब मैं पूरी तरह अफगान बन चुका था। …आज से आप मूल रूप से अफ़गान बन गये है। एकाएक हुमा की कही हुई बात याद आते ही मेरे चेहरे पर क्षण भर के लिए एक मुस्कान तैर गयी थी।

अफगान बन कर मैंने अमेरिकी मदद से अफगानिस्तान में पहले ड्रग्स के कार्टेल को जड़ से उखाड़ फेंका और उसके बाद आतंवादियों के खिलाफ जंग छेड दी। अल कैदा और तालिबान की कमर तोड़ने के दौरान मैंने अंजाने में एक पूरी अन्तरराष्ट्रीय जमात अपने खिलाफ खड़ी कर ली थी जो इस लड़ाई से अपना घर भर रहे थे। ऐसा नहीं था कि सभी मेरे दुश्मन बन बैठे थे। मेरी टीम अभी भी मेरे साथ थी। मेरे अन्य दोस्तों के बावजूद अब वाशिंगटन उन सब पर भारी पड़ रहा था और इसीलिए वह दूर से हीं मेरी मदद कर रहे थे। बियान्ड सालवेज के नोटिस की खबर भी मुझे रोजर ज़ेलिन्स्की से मिली थी। अपनी पिछली जिंदगी के बारे मे सोच रहा था कि अचानक एक चिरपरिचित आवाज मेरे कानों में पड़ी और मेरा ध्यान टूट गया।

मैने पलट कर देखा। सकीना चलते हुए मेरे पास पहुँच कर बोली… वीर यहाँ अकेले में क्या कर रहे हो। इन पिछले आठ सालों में सकीना में रत्ती भर भी फर्क नहीं आया है। आज भी मुझे वैसी हीं लग रही थी जैसी उसे मैंने पहली बार देखा था। अपने नजदीक आते हीं उसे मैंने अपनी बाँहों में भर लिया। क्या हुआ वीर? …कुछ नहीं बस अपनी पिछली जिंदगी के बारे में सोच रहा था कि तभी तुम आ गयी। इतने सालों के बाद भी तुममे कोई फर्क नहीं आया है। आज भी तुम मुझे वैसी हीं लग रही हो जैसी तुम निकाह के बाद काबुल जाने से पहले लग रही थी। उस दृश्य को याद करके एकाएक सकीना का चेहरा लाल हो गयावीरअपने आपको छुड़ाती हुई बोलीकिसी नफीसा का फोन आया था। उसने कहा है कि वह आधे घंटे के बाद फिर फोन करेगी।

वह नाम सुन कर मेरे दिमाग में एक धमाका हुआ और मेरा पूरा जिस्म काँप गया। सकीना ने भी मेरे अंदर आये हुए बदलाव को महसूस कर लिया था। मेरे चेहरे पर उड़ती हुई वाईयों को देख कर वह बोलीयह नफीसा कौन है? उसका हाथ पकड़ कर घर की ओर खींच कर ले जाते हुए मैंने कहासकीना उसको यहाँ का नंबर कैसे मिला? हम को जल्दी से इस जगह को छोड़ना पड़ेगा। हमारा कवर नष्ट हो गया है। अब किसी भी वक्त शूटिंग पार्टी इधर पहुँच जाएगी। जरूरत का सामान ले लो और चलो। पिछले दो साल से सकीना को अपने साथ ले कर भाग हीं रहा था। किसी भी जगह तीन महीने से ज्यादा नहीं काट पाया था। काफी इधर उधर भागने के बाद नार्वे के हानिग्सवाग नाम के छोटे से तटीय कस्बे में रहते हुए हमें एक साल हो गया था। मैंने सोच लिया था कि अब सब कुछ शान्त हो गया है। लेकिन एक बार फिर से घटनाचक्र ने घूमना शुरू कर दिया था

स्लामाबाद

ट्रीन-ट्रीन…ट्रीन-ट्रीन…फोन की घंटी की आवाज ने पूरे कमरे को गुंजायमान कर दिया था। मेज पर रखे हुए कमप्युटर पर कुछ टाइप करती हुई स्त्री ने तुरन्त फोन का रिसीवर उठा कर पूरी मुस्तैदी से कहा… जनरल पाशा आफिस। दूसरी ओर से आती हुई आवाज को सुनते ही वह स्त्री हड़बड़ाते हुई बोली… जनाब। फिर वह जल्दी से इन्टरकाम को उठा कर बोली… सर यूएस स्टेट डिपार्टमेन्ट से काल है। एक पल के लिए वह चुपचाप खड़ी रही फिर जल्दी से फोन के डायल पर कुछ नम्बर दबा कर बोली… सर, जनरल शुजाल पाशा इस आन द लाइन।

…जनरल। …जनाब। कैसे याद किया? …हबीबी की हत्या के बाद वहाँ का क्या हाल है? …जनाब उसकी बीवी ने अपना जाल फैलाना शुरू कर दिया है। वह सभी छोटी और बड़ी अलगाववादी पार्टियों से मिल रही है और उन सभी को अपने साथ काम करने के लिए मनाने मे जुटी हुई है। उसकी मदद के लिए हमने बलूच इन्फेन्ट्री के लोगों को भी उसके साथ लगा दिया है। …कब तक वह अपने काम को अंजाम दे सकती है? …जनाब इसके बार मे क्या कह सकता हूँ। परन्तु एक बात बेहद विश्वास से कह सकता हूँ कि हबीबी की नागिन का काटा पानी नहीं मागंता। वह हबीबी से कहीं ज्यादा खतरनाक है। एकाएक दूसरी ओर से आती हुई आवाज घुर्राहट मे बदल गयी… मै तुम्हारी कमजोरियों के बारे मे बहुत कुछ जानता हूँ। इसीलिए मेरा समय गवांये बिना उस आदमी के बारे मे पता लगाओ जिसने हमारे को चुनौती देने की कोशिश की है। …जनाब हम अपने काम मे लगे हुए है। जल्दी ही आपको खुशखबरी मिलेगी। …शटअप…उस पर दबाव बनाओ कि वह अपना काम जल्दी से जल्दी पूरा करें… इतना कह कर शुजाल पाशा की बात सुने बिना दूसरी ओर से फोन काट दिया। अपनी पेशानी पर आयी हुई बूँदों को पौंछते हुए शुजाल पाशा जोर से बड़बड़ाया… आमिर खान एक बार मेरे हाथ लग गया फिर सबको दिखाऊँगा कि मै क्या चीज हूँ।

तीसरी कड़ी- आतंक का अंत



आतंक का अंत




आज बहुत दिनों की निगरानी के बाद एक खुदाई संकेत मिला था जिसने मेरा विश्‍वास और भी पुख्ता कर दिया कि हो न हो इस मकान में जरूर कोई छिप कर रह रहा है। रात को मर्जीना के साथ एक मैराथन एकाकार के बाद मैं अपनी उखड़ती हुई साँसों को संभालने के लिए बाहर निकला था कि तभी उस मकान की दूसरी मंजिल के कमरे का बल्ब जला और कुछ ही पलों के बाद वह बुझ गया। इसे किस्मत कहूँ या इत्तेफाक लेकिन यह तो तय हो गया था कि उस मकान में जरूर कोई रह रहा है। उस रात मैं ठंड में बाहर बैठ कर मैं उस मकान की दूसरी मंजिल पर निगाह जमा कर बैठा रहा लेकिन दोबारा वह बल्ब नहीं जला। नींद में उठ कर बाहर निकला होता तो शायद उस हादसे को नज़र का धोखा समझ लेता लेकिन उस वक्त मैं पूरे होशोहवास में था इसीलिए नज़र के धोखे की कहानी को मैंने सिरे से नकार दिया।

जरूर कोई इस मकान में रह रहा है लेकिन यह भी सही था कि क्या यहाँ पर हबीबी छिपा हुआ है? अभी तक मुझे कोई ऐसा पुख्ता सुबूत नहीं मिल सका था कि मैं अपनी टीम को मोबिलाइज़ या मूव करने के लिए कहता। अब ज्यादा दिन इंतजार नहीं कर सकता था। यह काम इतना संवेदनशील था कि सिर्फ एक मौका मिलना था। अगर गलत मकान हुआ तो सारी कहानी शुरू होने से पहले खत्म हो जाएगी परंतु अब जान को जोखिम में डालने का वक्त आ गया था। आज मुझे यहाँ आये हुए तीन हफ्ते से ज्यादा हो गये थे। अब मुझे फिरोज़ पर शक हो रहा था कि क्या उसने हबीबी का सही पता दिया था। मेरी निगाह आज भी सामने बने हुए भव्य मकान पर जमी हुई थी। न तो कोई उस मकान से बाहर आता हुआ दिखायी दिया था न हीं आज तक कोई उसके अंदर जाते हुए दिखा था। उस मकान की खासियत उसके चारों ओर बनी हुई ऊँची दीवार थी जो पूरे मकान को दुनिया की नजर से छिपा कर रखे हुई थी।

जिस दिन मैं यहाँ आया था उसी दिन उस मकान से कुछ दूरी पर सड़क से दूर एक बंजर जमीन के किनारे दो बड़ी चट्टानों के सहारे मैंने एक कच्ची सी झोंपड़ी डाल ली थी। आज भी अपने मैले कुचैले कपड़ों में बस वहीं बैठ कर सुबह से उस मकान पर नजर रखे हुए था। सड़क दूर होने की वजह से इस ओर कोई ज्यादा चहल-पहल नहीं थी। उस मकान के पीछे की दीवार मिलिट्री ट्रेनिंग स्कूल की दीवार लगी हुई थी जिसकी वजह से उस सड़क पर काफी आवक-जावक लगी रहती थी और उस मकान के मेन गेट की ओर वीरानी छायी रहती थी। आज रात मैंने निश्चय कर लिया था कि किसी भी तरह मुझे एक बार अंदर घुस कर देखना पड़ेगा। मैं वहीं बैठे रात होने का इंतजार कर रहा था कि इतने दिनों में पहली बार शाम के धुंधलके में एक कार उस मकान के गेट पर आ कर रुकी। उसमें से एक बुर्कापोश महिला उतरी। एक पल के लिए उसने चारों ओर नजर घुमाई और तेजी से लोहे के मेनगेट के किनारे बने हुए छोटे से गेट को खोल कर अंदर चली गयी। अभी मैं उस बुर्कापोश महिला के बारे सोच हीं रहा था कि मुझे अपने पीछे किसी के खड़े होने का आभास हुआ। जैसे हीं मैंने मुड़ कर अपने पीछे की ओर देखा तो एकाएक मेरे मुँह से निकल गयातुमऔर यहाँ। मैं कुछ और बोल पाता उससे पहले मेरी हीं बेरेटा की नाल मेरे माथे के बीचोंबीच आ कर टिक गयी थी……

वाशिंगटन


वाशिंगटन में रात का समय और एक बड़े से कॉन्फेरेंस रूम में एक खुफिया मीटिंग में पाँच लोग दबी हुई आवाज में बात कर रहे थे। इस आमिर खान ने बना-बनाया खेल खराब कर दिया है। अगर इसे जल्दी न्यूट्रिलाइज नहीं किया तो हमारी सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। उनमें से एक आदमी बोलाउसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया गया है और सीआईए का बियान्ड साल्वेज नोटिस भी दुनिया भर मे अमरीकी दूतावासों  में पहुँच गया है। अब उसका बचना मुश्किल होगा। तभी जॉन एटकिंस ने धीमे स्वर में कहाजनरल शेंग का अब पूरी चाईनीज पीपुल्स आर्मी पर एक छत्र कंट्रोल है। वह हमारे इशारे के इंतजार में बैठा हुआ है। इशारा मिलते हीं उसकी सेना बॉर्डर क्रॉस करके सारे देश पर अपना कब्जा कर लेगी और वहाँ के सारे फिजिकल एस्सेटस हमारे कंट्रोल में दे दिये जाएंगे। तभी पहले वाले आदमी ने कहातो आप गो अहेड का ऑर्डर क्यों नहीं दे रहे हैं? अबकी बार प्रोफेसर धीरे से बोलापहला कारण है कि अकारण जनरल शेंग अपनी सीमा नहीं लाँघ सकता। इस काम के लिए हमने हबीबी से सौदा किया है। हबीबी को कारण देना था जिसकी वजह से जनरल शेंग सीमा पार करके वहाँ पर अपना आधिपत्य वहाँ जमा सके। दूसरा कारण है कि आमिर अब इस पूरे प्लान को जान गया है। जैसे शेंग का ट्रूप मोबिलाईजेशन कभी भी हो सकता है। वैसे हीं अगर यह प्लान लीक हो गया तो हम सब की मौत भी निश्चित  है। सभी पाँचों ने एक दूसरे की ओर देखा और फिर दबी जुबान में एक दूसरे की खामिया निकालने में लग गये।


इस्लामाबाद


आईएसआई के हेडक्वार्टस के कमरे मे जनरल पाशा अपने साथियों के साथ कुछ विचार विमर्श मे उलझा हुआ था कि तभी मेज पर रखा हुआ लाल फोन बज उठा। जनरल पाशा ने जल्दी से अपने साथियों को बाहर जाने का इशारा किया और रिसीवर को कान से लगा कर फौजी अंदाज मे बोला… जी जनाब। …हमारे मेहमान की मेजबानी कैसी चल रही है? …जनाब उसे हमने बेहद सुरक्षित जगह पर रखा हुआ है। आप बेफिक्र रहे जनाब। …हक्कानियों के मामले मे भी तुमने ऐसा कुछ ही कहा था लेकिन फिर देख लिया कि क्या हुआ। इस मामले मे अगर कोई चूक हो गयी तो सब कुछ खत्म हो जाएगा। …जनाब आप बेफिक्र रहे। उन्होंने क्या आपको उस आमिर खान के बारे मे कोई नयी जानकारी दी है? …अभी तक तो नहीं। लेकिन स्टेट डिपार्टमेन्ट की ओर से उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी हो गया है। उन्होंने मुझे बताया है कि उनकी एक टीम इस वक्त अफगानिस्तान मे आमिर खान को ढूंढने के लिए निकल चुकी है। बस तुम्हें इस बात का ख्याल रखना है कि किसी भी हालत मे हबीबी कोई नुक्सान न पहुँचे। …जनाब आप बेफिक्र रहे। उसे कुछ नहीं होगा। …ठीक है। बस चौकस रहना। …जनाब एक बात कहूँ अगर आप बुरा न माने। …बोलो। …जनाब मुझे लगता है कि आमिर नाम का कोई इन्सान है ही नहीं। यह सीआईए की सोची समझी हुई चाल है। आप खुद ही सोचिए कि अगर आमिर खान उनके लिए काम कर रहा है तो क्या यह मुम्किन है कि स्टेट डिपार्टमेन्ट को उसके बारे मे कोई जानकारी नहीं होगी। मेरी बात मानिए हुजूर कि सीआईए हमारी आँखों मे धूल झोंक रही है। वह हमे आमिर खान मे उलझा कर हबीबी को हलाक करने की फिराक मे लगे हुए है। …जनरल तुम अपना दिमाग ज्यादा मत चलाओ। जैसा कहा जा रहा है वैसा करो। जनरल पाशा कुछ और बोला पाता कि दूसरी ओर से लाईन काट दी गयी। जनरल पाशा कुछ पल रिसीवर को कान से लगाए रखा और फिर तैश मे आकर जोर से रिसीवर को मेज पर पटक कर कमरे से बाहर निकल गया।      

गुरुवार, 3 जनवरी 2019

दूसरी कड़ी- तालिबान


तालिबान


कहीं पाक-अफ़गान बार्डर के इलाके में एक आलीशान कमरे में गोल मेज के चारों ओर बैठे हुए सात लोग दबी हुई आवाज में एक दूसरे से बात कर रहे थे। अचानक कमरे का दरवाजा खुला और काले कपड़ो में कमांडो सैनिकों का एक दस्ता धड़धड़ाते हुए कमरे में प्रवेश किया और पूरे कमरे में फैल कर उस कमरे को चारों ओर से सुरक्षित कर दिया। उनके आते हीं कमरे में चुप्पी छा गयी और बैठे हुए आदमियों में से एक आदमी ने खड़े हो कर दरवाजे के बीचोंबीच खड़े हुए व्यक्ति से कहावेल्कम जनरल साहिब। दो कमांडों से घिरे हुए सादे सूट में रौबदार व्यक्ति ने उस आदमी की ओर देख कर जवाब में इशारे से बैठने के लिए कहा। मेज की ओर आते हुए गुस्से से गरजते हुए बोलातुम लोगों की एय्याशी खत्म हो गयी। मेरा बस चले तो तुम सब की खाल खिंचवा दूँ। उसके चेहरे पर छायी हुई दरिंदगी देख कर बैठे हुए सब लोग सिहर गये। वह धीमे कदमों से उनके पास आ कर खड़ा हो गया और हरेक बैठे हुए आदमी को खा जाने वाली नजरों से घूर कर बोलाइतना बड़ा नुकसान हो गया और किसी को कुछ नहीं पता।

उसी समय कहीं वाशिंगटन के ऑफिस में रात को पाँच आदमी चुपचाप एक वर्दीधारी सैनिक का प्रेजन्टेशन बड़ी तन्मयता से सुन रहे थे। दुनिया का सबसे प्रभावशाली व्यक्ति अमेरिकी राष्ट्रपति अपने चार सलाहकारों के साथ बैठ कर सद्दाम हुसैन और इराक़ के खिलाफ सैनिक कार्यवाही का ब्लू प्रिंट देख रहे थे। राष्ट्रपति के चेहरे पर गहरी चिंता की लकीरें दिखायी दे रही थी। तभी मुख्य सुरक्षा सलाहकार और सीआईए का निदेशक प्रेजेन्टेशन के दौरान बीच-बीच में दबी हुई आवाज में किसी मुद्दे पर बात करने में लग गये। अचानक राष्ट्रपति बीच में टोकते हुए बोलेक्या बात है आप लोग इतने सीरियस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहे है। राष्ट्रपति की आवाज सुन कर सुरक्षा सलाहकार ने अचकचा कर कहासर सीआईए के पास कुछ नये सबूत हैं जो कि इस ब्लू प्रिंट को तैयार करते समय नहीं लिये गये थे। मुझे अभी मेरे काबिल दोस्त ने बताया है कि आज शाम को रूसी सरकार ने सद्दाम हुसैन को अपना सहयोग देने के प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। सर, अगर यह बात सच हुई तो हमारी ओर से की गयी सैन्य कार्यवाही के खिलाफ आधी दुनिया हो जाएगी, खासकर वह देश जो हमारी मदद अफ़गानिस्तान में कर रहे हैं। इस खबर से अचानक कमरे की सारी शान्ति भंग हो गयी। एक साथ सुरक्षा सचिव और ज्वायंट चीफ़ ने एक साथ बोलना शुरू कर दिया। कमरे में होते हुए विवाद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति अपना सिर पकड़ कर बैठ गये।

उसी वक्त उत्तर पाकिस्तान की पहाड़ियों के बीच में कहीं से एक घुड़सवार तेजी से एक गुफा की ओर बढ़ रहा था। गुफा के मुँहाने पर धड़धड़ाते हुए अपने घोड़े को एड़ लगा कर रोकता हुआ उछल कर फुर्ती से नीचे उतर गया और तेज कदमों से चलते हुए अंधेरी गुफा में चला गया। बाहर से दिखने वाली शान्त पहाड़ी गुफा अंदर से पूरी सैनिक छावनी की तरह बनी हुई थी। जगह-जगह हथियारों से लैस अफ़गानी पोशाक पहने हुए युवक कोने-कोने में फैले हुए थे। घुड़सवार के गुफा में अंदर दाखिल होते हीं तीन-चार युवकों ने उसे अपना बन्दी बना लिया। उनकी गिरफ्त में छटपटाता हुआ घुड़सवार जोर से चिल्लायाहबीबीहबीबी!!!! उसकी आवाज सुन कर उसे तुरंत आजाद करते हुए युवकों ने अपनी मशीन गनें नीचे कर दी और एक ओर खड़े हो गये। सामने की ओर से एक वृद्ध हथियारबन्द सुरक्षाकर्मियों के कवच के बीच चलता हुआ आ गया और बोलानफीसा बोलोक्या खबर लायी हो? उस वृद्ध को देखते हीं घुड़सवार जमीन पर घुटनों के बल बैठ गयी और बोलीहबीबी बुरी खबर है। काबुल से खबर आयी है कि अमेरिकन सैनिकों ने कंधार और अल्बंद के प्लांट को अपने कब्जे में ले लिया है और हमारे सारे खेत जलाने शुरू कर दिये हैं। दुशान्बे से रूसी ने कहलवा भेजा है कि अगला हथियारों का ट्रक बिना पुराना हिसाब साफ किये नहीं भेजेगा। इतना कह कर नफीसा सिर झुका कर चुप हो गयी। एक क्षण के लिये वृद्ध हल्का सा लड़खड़ाया और फिर पथरीली जमीन पर बैठ कर बोलाया अल्लाह मदद। पूरी गुफा शान्त हो गयी थी। तभी सैनिक पोशाक पहने एक और वृद्ध दूर से चलता हुआ आया और बोलाहबीबी चिंता मत करो। इन काफिरों के खिलाफ जिहाद जारी रहेगा।


कहीं किसी चीनी दूतावास में राजदूत के कमरे में एक लड़की दौड़ती हुई आयी और राजदूत को सम्बोधित करते हुए बोलीएक्सीलेन्सी इराक से खबर आयी है कि अमेरिकन फोर्सेज ने अपनी सैन्य कार्यवाहीं शुरू कर दी है। ओह नोराजदूत ने उस लड़की की ओर देखते हुए कहाहाट लाइन पर मेरी सद्दाम हुसैन से बात कराओ। वह लड़की मुड़ी और कमरे के बाहर निकल गयी। राजदूत ने अपने निजी फोन से नम्बर मिलाया और बोलाएक्शन शुरू हो गया है मुझे नहीं लगता कि इस बार हम उसकी कोई मदद कर सकेंगे। आने वाले सारे हथियारों का कन्साइनमेंट रोक दीजिए और मैं इस कन्साइनमेंट की डिलीवरी के लिए कोई नया खरीददार ढूँढता हूँइतना कह कर फोन काट दिया। तभी वही लड़की ने कमरे में दुबारा प्रवेश किया और बोलीएक्सीलेन्सी सारी कम्युनिकेशन लाइन्स काट दी गयी है। ही इज नाट रीचेबल। राजदूत ने अपना सिर हिलाया और उसे बाहर जाने का इशारा किया। कुछ देर के बाद राजदूत ने एक बार अपने निजी फोन पर किसी का नम्बर मिलायाचेकोव मैं मिंग बोल रहा हूँ। मेरे पास एक हथियारों का कन्साइनमेंट है और डिलीवरी के लिए तैयार है। मेरे क्लाइन्ट ने डिलीवरी लेने से मना कर दिया है और मैं कोई दूसरा क्लाईन्ट ढूँढ रहा हूँ। क्या मेरी मदद कर सकते हो? …पहले हथियारों की लिस्ट फैक्स करो फिर कोई जवाब दे सकूँगा। थैंक्स चेकोव, मैं शिपमेंट लिस्ट फैक्स कर रहा हूँ लेकिन मुझे जल्दी जवाब चाहिएकह कर राजदूत मिंग ने अपना फोन काट दिया।






पहली कड़ी- अफ़गान



अफ़गान


उँची गगनचुम्बी पहाड़ियों के बीचोंबीच पथरीली जमीन पर एक व्यक्ति खून में लथपथ घायल पड़ा हुआ करहा रहा था। उससे कुछ दूरी पर जलते हुए एक इंडियन एयरफोर्स का हेलीकोप्टर से निकलते स्याह काले धुएँ ने आकाश को ढक दिया था। बीच-बीच में हेलीकोप्टर के अन्दरूनी भागों में शार्ट-सर्किटिंग की आवाजें तेज होने लगी और तभी एक चिंगारी जोर पकड़ लेती हैं। करहाते हुए व्यक्ति की शक्ति क्षीण होती जा रही थी और उस पर धीरे-धीरे बेहोशी छा जाती है। तभी कहीं से एक घुड़सवार बहुत तेजी से बढ़ता हुआ घटनास्थल पर पहुँचा और तुरन्त उतर कर घायल व्यक्ति को खींचकर जलते हुए हेलीकोप्टर से दूर ले गया। आग की लपटों में घिरे हुए हेलीकोप्टर में अचानक एक विस्फोट हुआ और फिर चारों ओर शान्ति छा गयी।

नकाब से चेहरा छिपाये घुड़सवार अपनी मश्क मे से थोड़ा पानी निकाल कर घायल व्यक्ति के चेहरे पर छींटे मार कर उसे होश में लाने की विफल प्रयास करता है। घुड़सवार कुछ सोच कर उस व्यक्ति को उठा कर अपने घोड़े की पीठ पर डालने का निरर्थक प्रयास करता है। घायल व्यक्ति शरीर और वजन के अनुपात से घुड़सवार से दुगना प्रतीत होता है। परन्तु घुड़सवार आस नहीं छोड़ता और जुगत लगा कर पास पड़ी हुई एक चट्टान पर उस व्यक्ति को घसीट कर लिटा देता है और फिर अपने घोड़े को चट्टान के समीप लिटा कर उसकी पीठ पर घायल व्यक्ति को खींच लेता है। घुड़सवार का ध्यान घायल की पीठ पर जाता है तो चौंक जाता है क्योंकि पीठ पर यूनीफार्म जल कर चिपक गयी थी। पथरीली जमीन पर खींचने से पूरी पीठ पर घिसट लगने से घाव होने के कारण उसमें से खून रिस रहा था। बिना देर किये घुड़सवार अपने घोड़े पर घायल को डाल कर पैदल आगे बढ़ गया।

पाँच घंटे तक लगातार चलने के बाद घुड़सवार एक मैदानी इलाके में पहुँच गया। लहलहाते हुए खेत में से हो कर वह एक किलेनुमा मकान के दरवाजे पर आ कर रुक गया। अभी वह कुछ सोच कर अपना अगला कदम उठाता कि तभी अचानक एक बूढ़ी महिला दरवाजा खोल कर सामने आ गयी……अरे…कौन है?

घुड़सवार नकाबपोश ने अपने सिर और मुख पर लिपटे हुए कपड़े को उतारते हुए बूढ़ी महिला की ओर देखते हुए बोला …बड़ी बी, यहाँ और कौन आएगा। मै हूँ। आवाज सुन कर वह वृद्धा चौंकते हुए बोली… हाय री……सकीना बीबी…  भला यह कौन है और यह क्या वेश बना रखा है?

काले स्याह नकाब के हटते ही सकीना अपने काले लम्बे और घने बालों को खोल कर और उनसे धूल झाड़ती हुई बोली…बड़ी बी… लम्बी कहानी है… बताती हूँ, मगर अभी नहीं। घायल व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए… इसे सुरक्षित तहखाने में ले जाने का इंतजाम कराईए। वह इतना बोल कर आगे बढ़ गयी और वृद्धा उस बेहोश घायल व्यक्ति को वहाँ से हटवाने मे व्यस्त हो गयी।